अकोला. कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है. लेकिन ब्लैक फंगस के मरीजों में वृध्दि हो रही है. बढ़ती मरीजों की संख्या से संकट की नौबत आने की संभावना है. सिरदर्द, नाक बंद, आंख व चेहरे पर सूजन, आंखों से पानी आना, दांत दर्द आदि ब्लैक फंगस के बीमारी के प्राथमिक लक्षण है.
84 सक्रिय मरीज
अब तक जिले में 146 ब्लैक फंगस के मरीजों संख्या दर्ज है. जिला सर्वोपचार अस्पताल में वर्तमान स्थिति में 84 सक्रिय मरीजों पर उपचार शुरू है. ब्लैक फंगस प्रमुखता से मधुमेह, वृध्द व्यक्ति व पुरानी बीमारी होनेवाले मरीजों को यह बीमारी होती है. कोविड संकट में ब्लैक फंगस के मरीज स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द साबित हो रही है.
38 मरीजों को डिस्चार्ज
जिला सर्वोपचार अस्पताल के कुल 4 वार्ड में ब्लैक फंगस के मरीजों पर उपचार शुरू है. जिसमें से 38 मरीजों ने बीमारी पर मात करने से उन्हें डिस्चार्ज दिया गया है. अब तक 20 मरीजों को रेफर किया है.