Crop Damage
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    • किसानों का हुआ भारी नुकसान

    अकोट. तहसील के ग्राम मुंडगांव में चंद्रिका नदी पर कोल्हापुरी बांध का निर्माण किया गया था. वह बांध टूटने से खेत का भारी नुकसान हुआ हैं. फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. इस बांध का निर्माण निकृष्ट दर्जे का था. इस कारण किसान तमीज खां पठान का खेत बह गया. बांध टूटने से बाकी फसल भी पानी के नीचे आयी है. इस किसान ने खेत को बड़ी मेहनत से फला-फूला, उसके बाद फसलों के अन्य काम भी हो गई थी. खड़ी फसल देखकर आंखों में पानी आता था इतनी अच्छी फसल थी. लेकिन समय ने फिर से हमला बोल दिया. 

    18 से 22 जुलाई के बीच मूसलाधार बारिश के कारण चंद्रिका नदी में बाढ़ आ गई थी. कोल्हापुरी बांध का निर्माण ग्राम लामकानी से ग्राम शाहपुर शिवरा से गुजरने वाली चंद्रिका नदी पर किया गया था. फरवरी 2019 में बांध का निर्माण किया था. उसके बाद से ग्रामवासी बांध के निर्माण की खराब गुणवत्ता के बारे में शिकायत कर रहे हैं. बांध के बाजू में तमीज खां पठान का शहापुर शिवार में की 9 एकड़ खेत की फसल पानी में बह गयी. और जमीन भी बह गयी. इस वजह से किसान का भारी नुकसान हुआ हैं. वह संकट में आ गया है. 

    तमीज खां पठान के अनुसार बांध के निर्माण के बाद से लगातार तीन वर्षों से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. और अब तक कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है. समय-समय पर सिंचाई विभाग में शिकायत दर्ज करने के बावजूद किसान को न्याय नहीं मिल पाया है. आखिर किसान ने स्वतंत्रता दिवस को जल संधारण अधिकारी के कार्यालय के सामने धरना आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं. खास बात यह है कि इस कोल्हापुरी बांध में कहीं भी सुरक्षा दीवार नहीं है और बाढ़ के कारण आसपास के खेत का नुकसान हो रहा है.

    इस सप्ताह हुई भारी बारिश के कारण बाजू के दोनों तटबंध बह गए हैं. नतीजतन नदी के तट पर एक बड़ी दरार है और पानी पूरे खेत में घुस गया है. तमीज खां पठान ने आरोप लगाया है कि संबंधित अधिकारी और ठेकेदार की लापरवाही से उनके खेत को नुकसान पहुंचा है.

    लघु सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता को समय-समय पर बांध के मरम्मत के बारे में पत्र लिखा है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. और आज बारिश से बांध फट गया. इसलिए तमीज खां पठान ने एक निवेदन में बांध के घटिया निर्माण के लिए ठेकेदार और लापरवाह अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है.

    बांध की मरम्मत का बजट विभागीय कार्यालय को सौंप दिया गया है. बांध का निरीक्षण भी कर लिया गया है. और रिपोर्ट जिला जल संधारण अधिकारी को सौंप दी गई है. – तानाजी गजभार, जल संधारण अधिकारी, अकोट.

    पिछले हफ्ते हुई बारिश के कारण कोल्हापुरी बांध टूट गया है. और खड़ी फसल बाढ़ से बह गई है. बांध का निर्माण घटिया किस्म का है. और बांध को संरक्षण दीवार के अभाव में बांध से पानी नहीं बहने से बाजू से पानी बहा और पूरी खेत भूमि का नुकसान हो गया है. -तमीज खां पठान, किसान, ग्राम शहापुर शिवार.