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Published: Sep 26, 2020 01:03 PM IST

बिहार वर्चुअल चुनाव प्रचार क्या ख़ास कर रही राजनीतिक पार्टियाँ, यहाँ है पूरी जानकारी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नयी दिल्ली. एक तरफ जहाँ बिहार (Bihar) में विधान सभा चुनाव (Vidhan Sabha Election) का शंखनाद हो चूका है। वहीं अब चुनावों के तारीखों के एलान होने के बाद अब सभी राजनीतिक पार्टियाँ अपनी कमर कस चुकी हैं। जहाँ इस चुनाव में कोरोना (Corona) के चलते बार बड़ी-बड़ी रैलियां, रोड शो नहीं होने वाले।

वहीं अब सारा राजनीतिक प्रचार वर्चुअल (Virtual) माध्यमों से होगा । जो कि इस कोरोना काल के चुनाव कि सबसे अनूठी बात होगी । खैर इसके लिए भी सारी राजनीतिक पार्टियों ने अपने तरफ से ‘वर्चुअल’ होने की पूरी तैयारी कर ली है।

गौरतलब है कि 2013 से BJP का पर्याय या चेहरा एक प्रकार से  PM नरेन्द्र मोदी ही हैं। जिनके नाम मात्र से  या उनकी रैलियों में ही प्रचुर भीड़ जुटती थी। यही नहीं यही आने वाली भीड़ आगे जाकर वोटों या फिर चुनाव जीतने की गारंटी बन जाती थी।

लेकिन इस बार माला जरा उलट है क्योंकि अब कोरोना काल में  बड़ी-बड़ी रैलियां तो होने से रही। लिहाजा अब BJP भी अब ‘वर्चुअल प्रचार’ के लिए सबसे की सबसे व्यापक तैयारी लेकर मैदान में उतर रही है । इसके लिए 70 हजार से ज्यादा एलईडी टीवी की व्यवस्था तो की ही गयी है लेकिन इसमें बताया जा रहा है कि ज्यादातर टीवी पार्टी के कार्यकर्ताओं के घर की होंगी।

आइये आपको बताते हैं कि कौनसी पार्टी कर रहीं हैं कैसी तैयारी :

1. BJP ने बनाए  वॉट्सऐप ग्रुप बनाए, 60 हजार कार्यकर्ताओं की हुई  ट्रेनिंग 

इसके साथ हो रहा घर-घर जाकर  प्रचार

2. JDU भी नहीं पीछे,  वॉट्सऐप से जोड़ा 31 लाख लोगों को , लाइव ऐप भी हुआ शामिल  

3. RJD ने बनाया अपना  वॉर रूम बनाया नेता सीधे जुड़ रहे अपने कार्यकर्ताओं से 

4. Congress भी पीछे नहीं  डिजिटल मेंबरशिप से 5 लाख लोग जुड़े 

अन्य पार्टियांः किसी के वॉट्सऐप ग्रुप तो किसी की आईटी टीम तैयार 

अब तक चुनाव प्रचार में क्या रहा ख़ास कैसा था इतिहास  

बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में PM मोदी ने 40 और गृह मंत्री अमित शाह ने 75 से ज्यादा रैलियां की थीं। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बिहार में PM मोदी ने 9 और  गृह मंत्री अमित शाह ने 18 रैलियों को संबोधित कर चुके थे। अब चाहे जो हो लेकिन इन सब आंकड़ो से यह साफ़ साबित हो रहा है कि बिहार में वर्चुअल ही सहीं लेकिन चुनाव प्रचार अपने पुरे उफान पर है और कोई भी पार्टी इसमें पीछे होता हुआ नहीं दिख रहा है । लेकिन ‘जनता’ तो ‘जनार्दन’ है जो अपना फैसला आने वाले 10 नवम्बर को सुना देगी।