धर्म-अध्यात्म
Published: Nov 02, 2021 10:17 AM ISTDiwali 2021क्या है हत्था जोड़ी, कंगाल को भी बना देती है मालामाल, दीपावली की रात जरूर करें इसका महाउपाय
नई दिल्ली : संसार में ऐसी कई सारी चीजें है जो आश्चर्य से भरी पड़ी है और उन्ही में से एक है प्रकृति। इन्ही आश्चर्यों में से एक है हत्था जोड़ी। बता दें कि हत्था जोड़ी ये दुर्भाग्य को हमसे दूर करके सौभाग्य दिलाने वाली एक चमत्कारी जड़ी बूटी है पेड़ों के जड़ में पायी जाती है। खास कर यह हत्था जोई तंत्र-मंत्र के लिए उपयोग में ले जाने वाली हत्था जोड़ी बड़े बड़े संकटों को ताल देती है और कहा जाता है कि लोग आपके तरफ खींचे चले आते है।
दिवाली का पर्व आज से शुरू हुआ है। ऐसे में लक्ष्मी पूजन 4 नवंबर को किया जायेगा। तो आज हम आपको दिवाली के हत्था जोड़ी के किये जाने वाले महत्वपूर्ण उपायों के बारे में बताने वाले है। आईये जानते है….
व्यापार में होता है लाभ
मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि हत्था जोड़ी का उपयोग करके व्यापर में वृद्धि ले जाती है। यदि आपको लगता है कि आपके कारोबार पर किसी ने नजर लगा दिया है या फिर किसी ने आपके व्यापार को जादू-टोना करके बांध दिया हो या फिर अचानक से ही आपके धन का आवागमन रूक गया है, तो एक हत्था जोड़ी लेकर दीपावली की रात को घी के साथ अग्नि में समर्पित कर दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने पर व्यापार से जुड़ी सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं और एक बार फिर कारोबार में उन्नति होने लगती है।
कार्य विशेष में सफलता
आपको बता दें कि हत्था जोड़ी यह किसी के पास हो तो उसके सारे काम बगैर किसी बाधा के पूरे हो जाते हैं। मसलन यदि आप रोजी-रोजगार के लिए घर से निकल रहे हों तो अपने साथ प्राण प्रतिष्ठित हत्था जोड़ी को चांदी की डिब्बी में रखकर अपने शर्ट या पैंट की जेब में रख लें। हत्था जोड़ी के शुभ प्रभाव से आपकी मनोकामना पूरी होगी। इससे आपके काम बनने लगेंगे।
इसके लिए भी होता है उपयोग
यदि आप अपने जीवन में ज्ञात-अज्ञात शत्रुओं से परेशान हैं तो आपको दीपावली की रात हत्था जोड़ी की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए। दिवाली की रात हत्था जोड़ी को विधि-विधान से पूजा करके सिद्ध कर लें और उसे अपने पूजा घर में रख लें। सिद्ध की गई हत्था जोड़ी के प्रभाव से शीघ्र ही शत्रुओं से जुड़ा भय दूर होगा और वह आपके वश में हो जाएंगे। इस मान्यताओं के अनुसार आप भी हत्था जोड़ी का उपयोग दीपावली की रात को कर सकते है।