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Published: Oct 01, 2020 12:17 AM IST

IPL T20तेवतिया की विस्फोटक पारी के बाद पिता ने क्यों बंद किया फ़ोन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

– विनय कुमार

ताज़ा सीज़न यानी, IPL 2020 का 9वां मैच राजस्थान रॉयल्स (RR) और किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के बीच रविवार, 27 सितंबर को शारजाह (UAE) में खेला गया था। इस मैच में, राजस्थान रॉयल्स (RR)  ने KXIP से मिली 223 रनों के विशाल स्कोर की चुनौती को जीत में बदल दी। KXIP ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 223 रन बनाए। राजस्थान रॉयल्स (RR) ने यादगार तूफ़ानी पारी खेलते हुए सिर्फ़ 19.3 ओवर में लक्ष्य को पूरा कर लिया था। 

तेवतिया के पिता ने फोन क्यों बंद कर दिया ?

राजस्थान रॉयल्स (RR) के युवा खिलाड़ी राहुल तेवतिया ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से सभी को अचंभित कर दिया। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तेवतिया ने सिर्फ़ 31 गेंदों में 53 रन बनाए। इस बीच तेवतिया ने शेल्डन कॉटरेल के 1 ओवर में 5 छक्के मारे। इस दौरान तेवतिया के कई रिश्तेदार और परिचित तेवतिया के माता-पिता के पास पहुंच गए। तेवतिया की तूफ़ानी पारी देख खुशी से उछल पड़े कई लोग उनके पिता को फोन करने लगे। मजबूरन उन्हें अपना फोन बंद करना पड़ा।

कौन हैं राहुल तेवतिया के पिता और गुरू 

27 वर्षीय स्पिन गेंदबाज तेवतिया का जन्म फरीदाबाद में हुआ। उनके पिता कृष्णपाल तेवतिया फरीदाबाद कोर्ट में वकील हैं। अपने बेटे के बारे उनके पिता ने कहा, “दो लोगों ने उनकी प्रतिभा को पहचानकर उन्हें भविष्य का क्रिकेटर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे मुकेश यादव, तेवतिया के छोटे भाई धर्मवीर के दोस्त और पूर्व क्रिकेटर विजय यादव हैं।”

कौन हैं राहुल तेवतिया के द्रोणाचार्य

राहुल तेवतिया को बचपन में क्रिकेट खेलते देखकर मुकेश यादव ने उन्हें भविष्य में एक क्रिकेटर बनने की सलाह दी। इसलिए राहुल के पिता कृष्णपाल तेवतिया 2001 में उन्हें गुरुकुल ले गए। वहां, विजय यादव ने राहुल में प्रतिभा को परखा और उसे बल्लेबाजी करने की सलाह दी, ताकि भविष्य में एक मजबूत ऑलराउंडर बन सके। पूर्व क्रिकेटर विजय यादव ने कहा, “जब उनके पिता पहली बार तेवतिया के साथ मेरे पास आए थे, तब वे केवल 8 साल के थे। उस समय वह केवल लेग-स्पिन गेंदबाजी कर सकते थे। उसके साथ समय बिताने के बाद, मुझे एहसास हुआ कि वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। मैंने उन्हें आसान से एक मैच में बल्लेबाजी के लिए भेजा और उस मैच में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से टीम को जीत दिलाई। इसलिए मैंने आगे बढ़कर बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों का अभ्यास करने के लिए कहा।”

विजय यादव ने कहा, “राहुल तेवतिया ने 15, 19 और 22 साल से कम उम्र में क्रिकेट खेला था। हालांकि, हरियाणा रणजी टीम में जगह पाने के लिए उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। क्योंकि उस समय हरियाणा टीम में जयंत यादव, राहुल चाहर और अमित मिश्रा 3 लेग स्पिनर थे। इसलिए तेवतिया और उसके पिता बहुत निराश थे। लेकिन मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि आप अपनी बल्लेबाजी के कारण टीम में जगह पा सकते हैं। इसलिए तेवतिया ने अपनी बल्लेबाजी पर काम किया और बाद में उन्हें न केवल रणजी ट्रॉफी टीम में बल्कि आईपीएल (IPL T20) में भी जगह मिली।”

2018 में दिल्ली ने 3 करोड़ में खरीदा

2018 में राहुल तेवतिया के क्रिकेट करियर ने नया मोड़ लिया। हालांकि, 2014 में राजस्थान रॉयल्स (RR) ने चुना था, लेकिन सीज़न में राहुल बेहतरीन खेल का प्रदर्शन नहीं कर सके। लेकिन, 2018 में फिर से आईपीएल (IPL T20) की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने उन्हें 3 करोड़ रुपये में खरीदा। DC के अलावा किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए भी बोली लगाई गई थी। फिर 2020 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स (RR) ने उन्हें 3.60 करोड़ रूपए में ले लिया। 

तेवतिया का क्रिक्रेट ग्राफ़

राहुल तेवतिया ने IPL T20 में अबतक कुल 22 मैच खेले हैं। इस बीच उन्होंने 174 रन बनाए हैं और 17 विकेट लिए। उन्होंने 7 प्रथम श्रेणी मैचों में 190 रन भी बनाए और 17 विकेट लिए हैं। उन्होंने 21 ए मैचों में 484 रन और 27 विकेट और 50 घरेलू टी 20 मैचों में 691 रन और 33 विकेट हासिल किए हैं।