महाराष्ट्र

Published: Mar 30, 2021 05:56 PM IST

Sachin Vaze CaseNIA ने सचिन वझे की एक और कार 'आउटलैंडर' की बरामद, अब तक 7 लग्जरी कार जब्त

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने निलंबित पुलिस निरीक्षक सचिन वझे (Sachin Vaze) की एक और लग्जरी कार ‘आउटलैंडर’ (Luxury Car Outlander) बरामद किया है। यह पहली कार है, जो सचिन वझे के नाम से रजिस्टर्ड (Registered) है। इस कार का मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) की हत्या में इस्तेमाल किए जाने का अंदेशा है। इससे पहले वझे से जुड़ी जो मर्सिडीज एवं लैंड क्रूजर समेत 6 लग्जरी कारें बरामद हुआ थी, वह सभी दूसरों के नाम से रजिस्टर्ड हैं।

एनआईए ने मंगलवार को नवी मुंबई (Navi Mumbai) से वाशी पुलिस स्टेशन (Vashi Police Station) के अंतर्गत कामोठे इलाके की एक सोसायटी में वझे की लग्जरी कार ‘आउटलैंडर’ को बरामद किया। यह कार कमोठे इलाके के एक सोसाइटी में कई दिनों से पार्क की गई थी। स्थानीय लोगों ने इस कार के विषय में पुलिस को सूचना दी। पुलिस की छानबीन में पता चला कि यह कार सचिन वझे की है। एनआईए ने ‘आउटलैंडर’ समेत वझे से जुड़ी अब तक कुल 7 लग्जरी कार जब्त किया है, जिसमें दो मर्सिडीज, एक प्राडो, एक इनोवा और एक स्कार्पियो है। इसके अलावा एनआईए को वझे की एक ऑडी और एक स्कोडा के विषय में जानकारी मिली है। एनआईए की टीमें उनकी खोजबीन के लिए जगह-जगह दबिश दे रही हैं।

मनसुख की हत्या में इस्तेमाल का अंदेशा

सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने वझे की जिस लग्जरी कार ‘आउटलैंडर’ को बरामद किया है, उसे वझे के अलावा सीआईयू में कार्यरत रहे सहायक पुलिस निरीक्षक प्रकाश ओवाल इस्तेमाल कर रहे थे। एनआईए विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो और उसके मालिक मनसुख हिरेन की हत्या मामले में होवाल से 5 से 6 बार पूछताछ कर चुकी है। एनआईए को इसी कार का इस्तेमाल मनसुख हिरेन की हत्या में इस्तेमाल किए जाने का अंदेशा है। एनआईए की जांच में सामने आया है कि 4 मार्च की रात को वझे एवं विनायक शिंदे ने ‘आउटलैंडर’ कार में बिठा कर मनसुख हिरेन को घोडबंदर स्थित गायमुख से क्लोरोफॉर्म सूंघा कर बेहोश कर ले गए और उनके मुंह में रुमाल ठुस कर मुंब्रा के रेतीबंदर स्थित खाड़ी में फेंक दिया गए थे। 5 मार्च को मनसुख की खाड़ी में लाश मिली थी।

विनायक एवं नरेश पर भी लगेगा यूएपीए

एनएआईए मनसुख हिरेन की हत्या मामले में आरोपी विनायक शिंदे और नरेश गोर पर भी गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (यूएपीए) के तहत कार्रवाई करेगा। ठाणे कोर्ट ने दोनों की 7 अप्रैल तक एनआईए के हिरासत में भेज दिया है। वे 30 मार्च तक एटीएस की हिरासत में थे। सचिन वझे के साथ निलंबित सिपाही विनायक शिंदे ने मनसुख की हत्या में अहम भूमिका निभायी थी। आतंकवादी गतिविधियों पर अंकुश के लिए लगाए जाने वाले यूएपीए के तहत एनआईए की कार्रवाई से विनायक शिंदे और नरेश गोर की मुश्किलें बढ़ सकती है।