पुणे

Published: Nov 04, 2021 04:47 PM IST

Pimpri Crimeपत्नी के प्रेमी को मारकर भट्टी में जलाया, तीन गिरफ्तार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

पिंपरी:  पत्नी के ब्वॉयफ्रेंड की हत्या (Murder) के बाद रात भर अवैध शराब की भट्टी में जलाया और लाश की हड्डियों और राख को नदी के बेसिन में फेंक दिया गया था। दृश्यम सिनेमा शैली की पुलिस (Police) को चकमा देने के लिए आरोपी ने एक बकरी को भी मार डाला और उसके शव को नदी के बेसिन में फेंक दिया। हालांकि, पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) की हिंजवड़ी पुलिस (Hinjewadi Police) ने हत्या का खुलासा किया और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से तीन लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया। उनके साथ एक नाबालिग को भी हिरासत में ले लिया गया है।

लंकेश सदाशिव रजपुत उर्फ लंक्या, गोल्या उर्फ अरूण कैलाश रजपुत (दोनों निवासी कृष्णा कॉम्प्लेक्स, बावधान, पुणे), सचिन तानाजी रजपुत (25) ऐसे गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम हैं। उनके साथ एक किशोर उम्र के लड़के को भी हिरासत में लिया है। इस घटना के मृतक का नाम भरत उर्फ भुषण शंकर चोरगे (27) है।

पत्नी के साथ थे अनैतिक संबंध

पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भूषण चोरगे के एक आरोपी की पत्नी से अनैतिक संबंध थे। 21 अक्टूबर को उसने रात में महिला को दो बार मिसकॉल किया। उसी समय महिला के पति ने मिसकॉल देखा तो उसकी पिटाई कर दी। पिटाई करने के बाद महिला जान बचाकर भाग गई। हालांकि उसका बॉयफ्रेंड भूषण घर आ गया। महिला के पति और उसके दो साथियों ने उसकी पिटाई की और सीने व पेट में धारदार हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसकी लाश को  बोलेरो गाड़ी से उरवडे गांव में उसकी शराब की भट्टी पर ले गया। रात भर लाश को भट्टी में जलाया उसके बाद उसकी राख व अन्य अवशेष नदी- नालों में फेंक दिया।

लाश की राख और अवशेष बोरे में भरकर नदी में फेंका

इसके बाद आरोपियों ने दृष्यम फ़िल्म की तरह पुलिस को चकमा देने का प्लान बनाया। इस वारदात में उनके साथ शामिल नहीं रहे सचिन राजपुत को बताया कि भूषण की हत्या कर उसकी लाश की राख और अवशेष बोरे में भरकर नदी में फेंकने की बात बताई। इसके बाद सभी आरोपी मध्य प्रदेश भाग गए। इस बीच भूषण रात में घर नहीं आया तो उसकी मां शांता ने हिंजवड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई कि भूषण लापता है। पुलिस ने गुमशुदगी की जांच करते हुए संदिग्ध लंकेश राजपूत से पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी। भूषण के लापता होने के अगले दिन, भूषण की मां को संदिग्ध लंकेश के घर के सामने उसकी एकमात्र सैंडल मिली। पुलिस को यह भी पता चला कि भूषण और लंकेश के बीच 21 अक्टूबर की रात को विवाद हुआ था। 

नाले में दो बोरे मिले

भूषण के अपहरण के आरोप में आरोपी लंकेश, गोल्या, सचिन और उसके एक साथी के खिलाफ हिंजवडी थाने में मामला दर्ज किया गया। जब सचिन को मामले में एक संदिग्ध के रूप में गिरफ्तार किया गया था, तो उसमें बताया कि तीनों आरोपियों, लंकेश और अरुण ने मध्य प्रदेश भागने से पहले भूषण की हत्या कर दी थी और उनके शरीर को जलाकर राख कर दिया था। जब आरोपी उस जगह को दिखा रहा था जहां भूषण की राख और अवशेष फेंकी गई थी, वहां उरवड़े गांव के नाले में दो बोरे मिले। हालांकि उसमें से बकरी की लाश मिली। 

MP से हुई गिरफ्तारी

इस तरह की रणनीति का इस्तेमाल पुलिस को धोखा देने के लिए किया गया था। हालांकि पुलिस से उनकी चालाकी छिप न सकी। मुख्य आरोपी लंकेश और उसके साथी अरुण की तलाश में पता चला कि वे दोनों मध्य प्रदेश में छिपे हुए थे। हिंजवड़ी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत ने उन्हें पकड़ने के लिए एक दस्ते का गठन किया और उन्हें मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया।