पुणे

Published: Mar 26, 2021 05:21 PM IST

Warns...तो 2 अप्रैल से पुणे में लॉकडाउन!, उपमुख्यमंत्री ने पुणेकरों को दी चेतावनी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
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पुणे. राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है साथ ही पुणे (Pune) में कोरोना कहर बढ़ रहा है। पुणे जिले में एक्टिव रोगियों (Active Patients) की संख्या 50,000 से अधिक हो गई है। इस स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को पुणे के पालक मंत्री और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। अजीत पवार ने कहा है कि अगर मरीजों (Patients) की संख्या में कमी नहीं होती है, तो हम शुक्रवार, 2 अप्रैल को सख्त फैसला लेंगे। एक तरह से अजीत पवार ने लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की चेतावनी दी है। 

पवार ने कहा कि लॉकडाउन से लोगों पर आफत आती है, लेकिन अगर नियमों का पालन नहीं हुआ तो हम सख्त निर्णय ले सकते है, जबकि प्रशासन ने 1 से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने की मांग की थी। फ़िलहाल तो लॉकडाउन नहीं होगा।

कई निर्णय लिए  

बैठक में पवार ने आगे कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं अब शुरू होंगी। वे बोर्ड के नियमों के अनुसार होंगे।  इस दौरान माता-पिता और शिक्षकों की ज़िम्मेदारी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि इस बीच, कोरोना की स्थिति गंभीर हो रही है और इसके लिए कठोर निर्णय लेने का समय आ सकता है। अजीत पवार ने नियमों का पालन करने की स्पष्ट अपील की है। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing), सैनिटाइजर अनिवार्य है। डर है कि जब कोरोना उसकी पहली लहर थी, अब नहीं है। अजीत पवार ने भी कहा है कि लोगों की लापरवाही ने इसका असर उठाया है।

 टीका फोटो के लिए नहीं 

अजीत पवार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने अब 45 साल से अधिक उम्र के सभी को टीका लगाने का फैसला किया है। इसलिए मैं इस आयु वर्ग के सभी लोगों से टीकाकरण करवाने का आग्रह करता हूं। मुझे भी टीका लगाया गया है और आपको भी टीका लगाया जाना चाहिए। दूसरों ने तस्वीरें लीं क्योंकि लोग उन्हें देखकर टीका लगाएंगे। लेकिन अगर मैंने फोटो खींची होती तो टीका लगाने वाले भी इसे नहीं लेते। अजीत पवार ने कहा और प्रेस कॉन्फ्रेंस में केवल एक हंसी थी। 

लैब की होगी जांच 

वास्तव में पुणे में कितने ‘सच्चे’ पॉजिटिव हैं, अब समीक्षा की जाएगी। निजी प्रयोगशालाओं की रिपोर्टों की जांच अब तीसरे पक्ष द्वारा की जाएगी। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की मौजूदगी में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। पिछले कुछ दिनों से पुणे में रोगियों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। यह प्रति दिन 6,000 से अधिक रोगियों की वृद्धि है। इनमें से कई का परीक्षण निजी प्रयोगशालाओं में किया जा रहा है। इनमें से कई लोगों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं।  इसलिए अब यह जांच की जाएगी कि क्या निजी प्रयोगशालाएं आईसीएमआर प्रतिबंधों का पालन करती हैं।

नियम इस प्रकार हैं

क्या बंद होगा?

 क्या शुरु रहेगा?