ठाणे

Published: Sep 29, 2021 09:57 PM IST

Thane Rainभिवंडी में बरसात से कई मकानों और दुकानों में भरा पानी, उल्हासनगर में दीवार ढही

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

भिवंडी/उल्हासनगर. पिछले 2 दिनों से तेज हवाओं के साथ हो रही भारी बरसात के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भिवंडी के कई नीचे भागों में बसने वाले लोगों के घरों और  दुकानों में पानी भरने से लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा है। सड़कों पर पानी भरने से सड़कों की स्थिति तालाब जैसी हो गई है। सड़कों पर हुए बेशुमार गड्ढों के कारण वाहन चालको और पद यात्रियों को आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

सड़क पर हुए गड्ढों के कारण शहर में जगह-जगह ट्रैफिक जाम की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ रहा है। भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण हो रही दुश्वारियां से लोगों के मन में महानगरपालिका प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। बुधवार की दोपहर के बाद बरसात कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।

कठिनाई का सामना करना पड़ा

विगत 2 दिनों से मौसम में एकाएक परिवर्तन होने की कारण तेज हवाओं के साथ रुक रुक कर तूफानी बारिश हो रही है। हालांकि मौसम विभाग ने इस तेज बरसात की जानकारी पहले ही दे दी थी, जिससे शासन प्रशासन ने कोंकण क्षेत्र में येलो अलर्ट जारी किया है। हवाओं के साथ हो रही तेज बरसात से भिवंडी शहर के निचले भाग तीन बत्ती, कासार अली, नजराना कंपाउंड, शिवाजी चौक, मंगल बाजार स्लैब, ईदगाह रोड, दरगाह रोड, भंडारी कंपाउंड, देवजी नगर, कामत घर, कमला होटल, गोपाल नगर ,रावजी नगर, शास्त्री नगर, गैबी नगर, आम पाड़ा, अवचित पाड़ा, चाविन्द्रा गांव ,बारकया कपाउंड, शेलार क्षेत्र के कई निचले हिस्सों में जलजमाव होने के कारण लोगों के झोपड़े, मकानों और दुकानों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा।

महानगरपालिका प्रसाशन के प्रति भारी आक्रोश

कई निचली बस्तियों में घरों में पानी घुस जाने के कारण लोग रात भर सो नहीं सके। परिवार के लोग मिलकर रात को घरों से पानी निकालते हुए रात बिताई। भिवंडी महानगर पालिका द्वारा शहर जल निकासी की सही व्यवस्था न किए जाने के कारण हल्की भी बरसात में शहर के कई जगहों पर पानी जमा हो जाता है। कई सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिलती है। सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती है, जिससे महानगरपालिका के बड़े-बड़े दावों की पोल खुल गई है। इस जलजमाव के कारण नागरिकों में महानगरपालिका प्रसाशन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है।

मदद मुहैया नहीं कराई जाती है

तेज बरसात के कारण हुई परेशानियों से जूझते नागरिकों को महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से कोई मदद मुहैया नहीं कराई जाती है। बरसात खत्म होने के बाद महानगरपालिका के आला अधिकारी एयर कंडीशन दफ्तरों में बैठकर झूठी योजनाओं का गुणगान करने में मस्त रहते हैं। शहर में भारी जल जमाव होने के कारण भिवंडी को बिजली आपूर्ति करने वाली टोरेंट पावर कंपनी द्वारा लोगों की जान की सुरक्षा हेतु कई क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति को खंडित करना पढ़ रहा है। इस संदर्भ में टोरेंट पावर के अधिकारियों ने कहा कि जैसे ही बरसात कम होगी निचले भागों से पानी निकल जाएगा। कुछ घंटों बाद बिजली आपूर्ति सेवा पूर्ववत शुरू कर दी जाएगी।

उल्हासनागर कैंप-1 में दीवार गिरी, कोई जनहानि नहीं 

उधर उल्हासनगर कैंप क्रमांक 1 धोबीघाट क्षेत्र स्थित शिवनेरी टेकडी में कुछ महीने पहले  भूस्खलन हो जाने के कारण महानगरपालिका ने उस जगह पर सुरक्षा दीवार बनाई थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते इस दीवार का  कुछ हिस्सा बुधवार की सुबह ढह गया। 

मनसे के शहर संगठक मैनुद्दीन शेख ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही उल्हासनगर की  तहसीलदार कोमल ठाकुर, उल्हासनगर महानगरपालिका के जूनियर इंजीनियर सहित महानगरपालिका के कर्मचारी, पुलिस अधिकारी, अग्निशमन दल घटना स्थल पहुंचे और 3 घर वालो को वहां से हटाकर सुरक्षा स्थल पर पहुंचाया। मनसे शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख, युवासेना शहर अधिकारी बाला श्रीखंडे, पूर्व नगरसेवक दिलीप गायकवाड आदि।