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Published: Sep 24, 2021 10:57 AM IST

Unique Punishment अजीबोगरीब : दुष्कर्म की कोशिश करने वाले शख्स को मिली अनोखी सजा, जानकर रह जाएंगे हैरान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली : हम सब जानते आम तौर पर किसी भी अपराध के लिए सजाई सुनाई जाती है, तो इसमें एक तो जेल में अपराधी को जेल में रखा जाता है, या किसी अपराध में जुर्माना भरना पड़ता है, लेकिन बिहार में एक शख्स को ऐसी सजा सुनाई (punishment) गयी है, जिसे जानकर आप बिलकुल चौंक जायेंगे। आईये जानते है पूरा मामला क्या है…. 

अनोखी सजा 

दरअसल यह मामला बिहार (Bihar) के मधुबनी का है। यहां के एडीजे कोर्ट ने दुष्कर्म (Rape) करने की कोशिश करने के आरोप में एक शख्स को अनोखी सजा सुनाई है। जज (Judge) ने आरोपी शख्स को अगले 6 महीने तक महिलाओं के कपड़े फ्री में धोने और उसे इस्त्री करने की सजा (punishment) सुनाई है। आपको बता दें कि आरोपी पेशे से धोबी है। 

इस शर्त के साथ मिली जमानत 

दुष्कर्म की कोशिश करने वाले शख्स को एक शर्त के आधार पर जमानत दी गई है। आपको बता दें कि इस तरीके की अनोखी सजा देने वाले जज का नाम एडीजे अविनाश कुमार प्रथम है। यह मामला झंझारपुर कोर्ट का है। आरोपी व्यक्ति का नाम ललन कुमार है। अगर ये 6 महीने तक महिलाओं के कपड़े फ्री में धोएगा और उसे इस्त्री भी करेगा तो ही इसे जमानत दी जायेगी इस जज आरोपी वक्ती ललन कुमार को जमानत दी है। 

आरोपी करना चाहत है समाजसेवा 

आपको बता दें कि आरोपी ललन कुमार पर एक महिला के साथ अभद्र व्यवहार और बलात्कार की कोशिश करने का आरोप लगा है। 19 अप्रैल को ललन को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही इस मामले में चार्जशीट भी दखल हो चुकी है। अब दोनों पक्षों में समझौता हो चुका है। कोर्ट में आरोपी ललन के वकील ने बताया कि अब ललन अपने पेशे के जरिये समाज सेवा करना चाहता है। 

6 महीने फ्री में धोएगा महिलाओं के कपड़े

इस मामले पर एडीजे अविनाश ने यह फैसला सुनाया है कि, आरोपी ललन गावं के सभी महिलों के कपड़े  फ्री में धोएगा साथ ही आयरन भी करेगा। इसी शर्त पर ललन को कोर्ट ने जमानत दी है। साथी ही कोर्ट ने कहा है कि 10 हजार रूपये जमानतदार भी दें।

साथ ही कोर्ट ने आरोपी को यह आदेश भी दिया है कि 6 महीने की सजा पूर्ण होने के बाद गावं के अधिकारी या सरपंच से मुफ्त सेवा का प्रमाणपत्र भी सौपने का आदेश दिया है। साथ ही आरोपी फ्री सेवा दे रहा है या नहीं, इस पर नजर रखने के लिए जमानत की कॉपी गांव के सरपंच और मुखिया को भी भेजे जाने की बात की गई है।