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    अमरावती. 15 दिन अंतराल के बाद झमाझम बरसे बादल के कारण फसलों को नवसंजीवनी मिली है. जिसके चलते हैं बुआई ने भी गति पकड़ी. प्रथम सप्ताह तक 84.7 प्रतिशत बुआई संभाग में निपट चुकी है. हालांकि कृषि विभाग ने जुलाई दूसरे सप्ताह के अंत तक 91 फ़ीसदी बुआई होने के संभावना जताई है. जिसमें कपास की सर्वाधिक बुआई हुई है,  और पांचों तहसील में यवतमाल जिले में सर्वाधिक बुआई की गई.

    मूंग, उड़द को मिला जीवनदान

    संभाग में 62.6% उड़द और मूंगफल्ली 32.8% हेक्टे. में मूंग की बुआई की गई है. 2 दिन हुई बारिश ने मूंग उड़द की फसल को दोबारा जीवनदान दिया है. लगातार 15 दिन गायब बारिश के कारण फसलों का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन झमाझम बारिश के कारण मुंग उडद के साथ खरीफ फसल में ज्वार, मक्का को भी राहत मिली है. तिल, मूंगफली के क्षेत्र में बढ़ोतरी

    बुआई करते समय मवेशियों के कारण किसान फसलों का नुकसान हो इसलिए सूर्यफूल, तिल, मूंगफली आदि की ओर अनदेखी करते हैं, लेकिन इस बार गत वर्ष की तुलना में 5% से इनका क्षेत्र बड़ा है. संभाग में 32. 8% हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली की बुआई हुई है. 27.8 हेक्टेयर क्षेत्र में तील और 41.1 प्रतिशत हेक्टेयर क्षेत्र में सूर्यफूल की बुआई की गई. सूर्यफूल की सर्वाधिक बुआई बुलढाणा जिले में हुई है.

    91 फीसदी तक बढ़ेगा बुआई क्षेत्र 

    कृषि विभाग की माने तो फिलहाल बुलढाणा जिले में 78.1 प्रतिशत, अकोला जिले में 82.1 फीसदी, वाशिम जिले में 90 फीसदी, अमरावती में 82.9 प्रतिशत और यवतमाल जिले में 90.5 प्रतिशत हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की बुआई की गई. कृषि विभाग के अनुसार 16 जुलाई तक संभाग में 91 फ़ीसदी बुआई निपटने का अनुमान जताया है. जिसमें बुलढाणा जिले में 91 अकोला में 75 वाशिम में बयान न्यू अमरावती में 94 और यवतमाल में 95% बुआई निपट चुकी होंगी. 

    संभाग में अब तक हुई बुआई (हेक्टेयर में)

    जिला          औसत क्षेत्र      प्रत्यक्ष बुआई      प्रतिशत

    अमरावती      6887.77        6496.11          94

    अकोला        4832.91      3624.67          75

    बुलढाणा       7341.77          6672.47    91

    वाशिम         4062.55 3779.0        92

    यवतमाल      9160.81          6882.22        95

    कुल           32285.81      29254.47      91