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  • तहसील कार्यालय पर धमके लाभार्थी

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अमरावती. कोरोना महामारी में भले ही मार्केट अनलाक हो चुका है, लेकिन राज्य सरकार की ओर से दिव्यांग, संजय गांधी, श्रावण बाल योजनाओं का लाभ गत् चार माह से नहीं मिलने के कारण लाभार्थियों को शासकीय नियमों का उल्लंघन करने पर विवश होना पड़ रहा है. मंगलवार को लाभार्थियों ने तहसील कार्यालय पर दस्तक देकर इस योजना का अनुदान देने की मांग प्रहार जनशक्ति संगठन की ओर से की गई. दिवाली के पूर्व अनुदान नहीं दिया जाता है तो तीव्र आंदोलन किया जायेगा, ऐसी चेतावनी प्रहार के चंदु खेड़कर ने राज्य सरकार को दी है. 

आर्थिक तंगी होगी दूर

सोशल डिस्टंसिंग मेंटेन करने के लिए लाभार्थियों को फोन पर ही संपर्क करने का आवाहन किया जा रहा है. कई कार्यालयों में समस्याएं बताने वाट्सएप नंबरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन गत् चार माह से 1 हजार रुपये प्रति माह का अनुदान नहीं मिलने से लाभार्थियों के सब्र का बांध टूट गया है. दवाई के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले पैसे नहीं मिलने से बुजुर्गों ने भी तहसील कार्यालय पर दस्तक देते हुए अनुदान की मांग की. दिव्यांगों ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है. ऐसे में बकाया अनुदान यदि प्राप्त होता है तो उन्हें चक्कर कांटने की नौबत नहीं रहेगी और परिवार को आर्थिक सहायता होगी. ज्ञापन सौंपते समय प्रहार के चंदु खेडकर, शाम राजपूत, नंद वानखड़े, सलिम खान, नौशाद हसन, कमलेश गुप्ता, अजय तायड़े, हेमंत लिखार, अतुल चिद्दाम, पंकज सोनटक्के व लाभार्थी उपस्थित थे.