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    अमरावती. निजी व्यक्ति को साथ लेकर भुमि अभिलेख कार्यालय के 2 लिपीक ने परस्पर फर्जी पीआर कार्ड बनाकर वीआयपी एरिया में 7 हजार 98 चौरस फीट प्लाट हड़पने के मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने जांच शुरु की है. भूमि अभिलेख के आरोपी कनिष्ठ लिपीक योगेश शिरभाते व स्वप्नील उंबरकर की गिरफ्तारी के लिए 2 दलों का गठीन किया गया है. पीआय शिवाजी बचाटे के मार्गदर्शन में यह दल आरोपियों की तलाश कर रहे है.

    मिलीभगत से बनाया पीआर कार्ड

    एक महिला ने वर्ष 1973 व 1983 में मौजे कैम्प प्रगणे बडनेरा में 10 हजार 317 वर्गफीट भुखंड खरीदा था. जिसमें से 7 हजार 98 वर्गफीट भुखंड मुल मालिक महिला ने वर्ष 2015 में उसकी बेटी व नाती के नाम किया. जिसके तहत 2015 से 16 में पीआर कार्ड पर ऐसा लिखा गया था. लेकिन 18 फरवरी 2021 में इस महिला ने भूमि अभिलेख कार्यालय से जब पीआर कार्ड लिया तो उस पर प्रकाश विठोबा ठाकरे नामक शख्स का नाम दिखाई दिया, जबकि महिला ने किसी कोई यह प्लाट ना तो बेचा और ना ही पुरस्कार के रुप में दिया. जिसके चलते पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई.