अचलपुर तहसील के किसान प्रतीक्षा में, कपास, तुअर का अब तक नहीं हुआ पंजीयन

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परतवाडा: अचलपुर तहसील में कपास, तुअर, सोयाबीन, ज्वार यह मुख्य फसलें हैं. किसानों की फसल को उचित दाम मिले, इसके लिए सरकारी स्तर पर शासकीय खरीदी प्रारंभ की जाती है. लेकिन इस वर्ष किसानों ने सोयाबीन निकालने पर भी खरीदी केंद्र शुरू नहीं है. कपास और तुअर भी निकली. ज्वार भी निकलने की तैयारी में है. लेकिन खरीदी केंद्र नहीं रहने से अचलपुर के किसान प्रतीक्षा में हैं. 

कब होगी ज्वार की खरीदी 

अचलपुर तहसील में बड़े पैमाने पर किसानों ने सोयाबीन की बुआई की, लेकिन नैसर्गिक आपदा के कारण उम्मीदों पर पानी फिर गया. जिन किसानों के पास सोयाबीन था. उन्होंने निजी व्यापारियों को बेच दिया. क्योंकि शासकीय दामों से अधिक दामों पर व्यापारियों ने किसानों का सोयाबीन खरीदा. बावजूद इसके अभी तक सोयाबीन के लिए खरीदी केंद्र शुरू नहीं हो पाए. कपास घर पर लाकर रखना पड़ रहा है. बावजूद इसके फेडरेशन व सीसीआय ने अभी तक खरीदी का शुभारंभ नहीं किया.

नगद फसल के रुप में कम दाम में भी गांव-कस्बों के व्यापारियों को बेचने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं रहा है. ज्वार की फसल भी कटाई पर है. बावजूद इसके अभी तक खरीदी तो दूर पंजीयन प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पायी. जिले के मोर्शी, वरुड़ आदि जगहों पर ही खरीदी प्रारंभ होने से अचलपुर के ही केंद्र शुरू होने के आसार नहीं है. तुअर के लिए भी यही स्थिति निर्माण होने की संभावना किसानों द्वारा व्यक्त किए जाने से नाराजगी दिखाई दे रही है. 

बोंड इल्ली से 6,505 हेक्टेयर क्षेत्र बाधित 

तहसील के 185 गांव के किसानों ने 19,528 हेक्टेयर पर कपास की बुआई की जिसमें 3100 हेक्टेयर क्षेत्र बोंड के कारण बाधित हुआ. जबकि 6,505 हेक्टेयर क्षेत्र में कपास की फसल को गुलाबी व बोंड इल्लियों ने प्रभावित किया है. 35 से 40 फीसदी हेक्टेयर पर ही कपास का नुकसान होने से किसानों के लिए नुकसानदायी साबित हुआ है. रबी सीजन के लिए तहसील में 4,447 हेक्टेयर पर गेहूं, 4,017 हेक्टेयर पर चना, 339 हेक्टेयर पर प्याज की बुआई की है. 

खरीदी के लिए एजेंसी कौनसी

अचलपुर में खरीदी बिक्री संघ अचलपुर में नाफेड की खरीदी होती थी. जो कृषि समृध्दि कंपनी, जयसिंग सोसाइटी के माध्यम से की जाती थी, लेकिन यह तीनों संस्थाओं के पास खरीदी केंद्र के संदर्भ में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है. इसमें से कुछ संस्थाएं ब्लैक लिस्ट में डाल दी गई है. नाफेड की ओर से खरीदी केंद्र शुरू होंगी अथवा नहीं इस पर खरीदी करने वाली एजेंसी निश्चित होगी. फिलहाल खरीदी के लिए कोई भी एजेंसी नियुक्त नहीं है.