दावे-प्रतिदावों में निर्वाचित सदस्यों पर डोरे, प्रस्थापितों को जोर का झटका

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अमरावती. जिले में कुल 537 ग्राम पंचायतों के लिए सोमवार को घोषित हुए नतीजों ने प्रस्थापितों को जोर का झटका लगा है. कुल मिलाकर चुनाव नतीजे संमिश्र रहे. उसके बाद भी महाविकास आघाड़ी और भाजपा अपने-अपने वर्चस्व को लेकर दावे-प्रतिदावे कर रही है. जिले में जिन ग्राम पंचायतों पर खिचड़ी नतीजे आए है, वहां निर्वाचित सदस्यों पर डोरे डालते हुए अपनी पार्टी की मुहर लगाने की जबरदस्त स्पर्धा सभी प्रमुख दलों में शुरू हो गई है. सरपंच चुनाव के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कौनसी ग्राम पंचायत किस पार्टी के कब्जे में है.   

सेना के दिग्गज धर्माले, देशमुख परास्त 

शिवसेना के दो बड़े दिग्गज ग्राम पंचायत चुनाव हार गए है. पंचायत समिति के पूर्व सभापति व तहसील शिवसेना प्रमुख आशिष धर्माले बोरगांव धर्माले ग्राम पंचायत में हार गए. युवा स्वाभिमान पार्टी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार चेतन गजाननराव वानखड़े ने धर्माले को परास्त किया. इसी तरह शिवसेना के जिला प्रमुख श्याम देशमुख नया अकोला ग्राम पंचायत से चुनाव हार गए है. उनके पैनल के 9 में से केवल 1 उम्मीदवार चुनकर आया. श्याम देशमुख को आशिष दामोधर घोरमाड़े ने पटकनी दी है. नया अकोला गांव में पान सेंटर चलाकर अपना जीवन निर्वाह करने वाले आशिष ने निर्दलीय किस्मत आजमाई. 

कई दिग्गजों के पैनलों का सूपड़ा साफ 

इसी तरह कठोरा बु. ग्राम पंचायत में जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष व जिला बैंक के संचालक प्रकाश कालबांडे के पैनल का पानीपत हो गया. शिराला ग्रापं में राजाभाऊ देशमुख व मनोज देशमुख के पैनल को हार का मुंह देखना पड़ा. वाढोड़ा शुक्लेश्वर ग्रापं में जिला के पूर्व सदस्य संतोष महात्मे का पैनल भी हार गया. पुसदा ग्रापं में कांग्रेस के श्याम देशमुख के पैनल का सूपड़ा साफ हो गया. यहां भाजपा समर्थित मुकुंदराव देशमुख के पैनल का पुसदा ग्राम पंचायत पर वर्चस्व रहा. कांग्रेस के चांदूर बाजार तहसील अध्यक्ष किशोर देशमुख का पैनल शिरजगांव बंड में हार गया. यहां राज्यमंत्री बच्चू कडू के प्रहार का कब्जा रहा. धनेगांव ग्रापं में सतीश हाडोले का पैनल परास्त हो गया. 

पालकमंत्री ने कायम रखा वर्चस्व

तिवसा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत तिवसा, मोर्शी, भातकुली व अमरावती तहसील ग्रामपंचायतों के नतीजे सोमवार को घोषित हुए. जिसमें अधिकांश ग्रांप पर कांग्रेस का वर्चस्व रहा है. पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के नेतृत्व में मतदाताओं ने कांग्रेस समर्थित पैनलों पर भरोसा व्यक्त किया है. नतीजों के बाद तहसील में जश्न और उत्साह का माहौल है. खासकर गुरुकुंज मोझरी में एक तरफा जीत के साथ पालकमंत्री ने अपना वर्चस्व कायम रखा. इसी तरह गणोजा, धामोरी, टाकरखेड़ा शंभू समेत अनेक ग्रापं में पालकमंत्री के नेतृत्व में कांग्रेस जीती. 

राज्यमंत्री बच्चू के प्रहार का दबदबा

इसी तरह राज्यमंत्री बच्चू कडू के प्रहार ने चांदूर बाजार व अचलपुर तहसील में अधिकांश ग्राम पंचायतों पर अपना वर्चस्व कायम रखा है. यहां तक की मेलघाट में भी प्रहार को अच्छी सफलता मिली है. विधायक राजकुमार पटेल के नेतृत्व में प्रहार ने ग्राम पंचायत सीटों पर खासा दबदबा बनाया है. 

15 जगह दोबारा मतगणना

उपजिला चुनाव अधिकारी वर्षा पवार के अनुसार मतगणना के दौरान जिले में दोबारा मतगणना के लिए कुल 15 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिनमें धामणगांव तहसील से 5, वरूड से 4, अंजनगाव सुर्जी से 3 व अचलपुर, चांदूर बाजार व भातकुली तहसील से 1-1 आवेदन प्राप्त हुए. जिसके बाद सभी 15 जगह दोबारा मतगणना कर परिणाम घोषीत किए गए. 

21 को अधिसूचना

जिले की 553 ग्रापं में से 537 ग्रापं सदस्यों के लिए चुनाव हुए. जिले की 13 ग्रापं इससे पहले ही निर्विरोध व 3 ग्रापं में कुल सीटों में कुछ सीटों के लिए वैध नामांकन प्राप्त नहीं हुए तथा शेष सीटें निर्विरोध होने से वहां चुनाव नहीं हो पाए. इस वजह से कुल 477 सीटें निर्विरोध रही. शेष 537 ग्रापं के चुनाव में 75.05 प्रश मतदान हुआ था. सोमवार को हुए मतगणना में 4 हजार 397 सदस्य चुने गए. इसकी अधिसूचना राज्य चुनाव आयोग की मान्यता से 21 जनवरी को जारी होने की जानकारी भी पवार ने दी.