वरुड: तीन दिनों से बारीश की झडी ने वरुड शहर को तर-बतर कर दिया है. लगातार हो रही बारिश के कारण शहरवासियों को सूर्यदर्शन तक नहीं हुये. खेतो में पानी जमा हो गया है. कृषी कार्य भी ठप है.
इस वर्ष तहसील में संतोष जनक बारिश हुई है. मंगलवार से तहसील में बारिश शुरू हुयी जो गुरुवार तक लगातार जारी रही. झडी के कारण खेतों में पानी जमा होने से फसलों को भी नुकसान होने की संभावना किसान जता रहै है. वही खेतों में खरपतवार, खाद आदी डालने के काम बंद पडे है. फसलों के पत्ते पिले पड रहे है. अधिक पानी से पौधों की वृद्धी रुक गयी है. कपास पर रोग के प्रादुर्भाव की संभावना है.
10 वर्ष का टुटा रिकार्ड
तहसील का भूजलस्तर अत्यंत निचे चले जाने से पिछले कई वर्षो से यहां के किसान संतरा सहित अन्य फसलों की सिंचाई के लिये परेशान थे. लेकिन इस बार बारिश ने पिछले 10 वर्ष के रिकार्ड तोड दिये हे. जिससे यहां की जल किल्लत की समस्या हल हुई है.
अच्छी बारिश के चलते तहसील के नागठाना-1 और नागठाना-2 ओव्हर फ्लो हो गये है. झटामझिरी प्रकल्प में जलविसर्ग जारी है. जिससे झटामझिरी 60 प्रतिशत लबालब हो गयी है. तहसील के सभी 10 सिंचाई प्रकल्प शतप्रतिशत भर गये है. अब तक 500.7 मिमी बारिश हो चुकी है. जो की उमीद से अधिक है.