अमरावती. कोरोना महामारी के आर्थिक संकट के बीच केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि कर रही है. 10 दिनों के भीतर पेट्रोल पर 8 रुपए 21 पैसे तथा डीजल पर 11 रुपए 30 पैसे की वृद्धि की गई है. जिसके निषेध में शहर व जिला कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा दो अलग-अलग आंदोलन कर तीव्र प्रदर्शन किया. शहर कांग्रेस ने जहां कलेक्ट्रेट पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए, वहीं जिला कांग्रेस पदाधिकारियों ने ईविन चौक पर धरना प्रदर्शन किया.
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
पेट्रोल, डीजल की दा वृद्धि वापिस लेने की मांग को लेकर सोमवार की दोपहर 12 बजे पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर की प्रमुख उपस्थिति में विधायक सुलभा खोडके, शहर अध्यक्ष किशोर बोरकर के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया. च्वाह रे मोदी तेरा खेल, डूबता रुपैया महंगा तेलज्, च्मोदी सरकार का निषेध असोज्, च्पेट्रोल डीजल दाम वृद्धि पीछे लोज्, च्केंद्र की भाजपा सरकार हटाओ, देश बचाओज् आदि नारे लगाए गए. पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार जनता को लगातार लूट रही है. 7 जून से 27 जून तक 10 रुपए से अधिक की दाम बढाए गए है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम होने के बावजूद केंद्र सरकार खुद के लाभ के लिए जनता से पैसे वसूल रही है. किशोर बोरकर ने कहा कि कोरोना महामारी लॉकडाउन के दौरान सरकारी नौकर छोड़कर अन्य सभी नागरिक आर्थिक संकट में घिरे हुए है. कई लोग बेरोजगार हो गए. बावजूद इसके केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि कर महंगाई को और अधिक बढ़ा रहे है. जिसका कांग्रेस निषेध करती है. इस बारे में जिलाधिकारी शैलेश नवाल को ज्ञापन दिया गया.
इस समय डा गणेश पाटिल, डा.बीआर देशमुख, मनपा विपक्ष नेता बबलू शेखावत, महापौर विलास इंगोले, प्रल्हाद ठाकरे, डा वसंत लूंगे, सलीम मीरावाले, सलीम बेग, आसिफ अली, अनिल माधवगढ़िया, प्रथमेश गवई, निलेश गुहे, गुड्डू हमीद, समीर जंवजाल, किशोर रायबोले, डा. वासुदेव दुर्गे, अमोल ठाकरे, पूर्व महापौर वंदना कंगाले, बाबर कुरैशी, अनिला काजी, वंदना थोरात, सुरेंद्र देशमुख, नीलकंठ देशपांडे आदि समेत अन्य उपस्थित थे.
जिला कांग्रेस ने दिया धरना
पेट्रोल डीजल के दाम कम करने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से ईविन चौक पर एक दिवसीय धरना आंदोलन किया गया. पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर, जिला अध्यक्ष अनिरुद्ध उर्फ बबलु देशमुख, पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप, विधायक बलवंत वानखड़े तथा विधायक सुलभा खोडके की प्रमुख उपस्थिति में यह धरना आंदोलन किया गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम होने के बावजूद जनता को उसका लाभ न देकर केंद्र सरकार लगातार ईंधन के दामों में वृद्धि कर रही है. जिसका तीव्र निषेध जताया गया. जिसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया.
इस धरना आंदोलन में अनंत साबले, धनंजय शेलोकार, श्रीकांत गावंडे, सद्धिार्थ बोबडे, बालासाहेब हिंगणीकर, सुरेश साबले, हरिभाऊ मोहड़, प्रकाश साबले, ऐनउल्लाह खान पठान, सुधाकर भारसाकले, अमोल कोल्हे, नितिन कनौजिया, वश्विजीत बाखडे, वर्षा कुर्रेकर, नवल किशोर प्रजापति, किशोर देशमुख, जयंत देशमुख, मुकद्दर खान पठान, प्रदीप देशमुख, श्रीकांत जोड़पे, जितेंद्र ठाकुर, राजेंद्र डांगे, दीपक सवाई, देवेंद्र ठाकरे आदि समेत अन्य उपस्थित थे.