budget

    Loading

    नई दिल्ली. जहाँ एक तरफ मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट (Budget 2022) आगामी 1 फरवरी को पेश होने वाला है। वहीं निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) का बतौर वित्त मंत्री (Finance Minister) भी चौथा बजट होगा। बता दें कि देश में सबसे लंबा बजट भाषण (Longest Budget Speech) पेश करने का रिकॉर्ड निर्मला सीतारमण के ही नाम पर काबिज है। 

    उन्होंने यह अद्भुत कारनामा वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए किया था, जब उन्होंने 2 घंटे 42 मिनट लंबा अपना भाषण दिया था। इसे पेश करने के साथ सीतारमण ने जुलाई 2019 में बनाए गए अपने ही 2 घंटे एवं 17 मिनट लंबे भाषण के रिकॉर्ड को तोड़ा था। 

    लेकिन दोस्तों देश मे एक ऐसा बजट भाषण भी दिया गया है, जो केवल 800 शब्दों का था। जी हाँ, इतना छोटा बजट भाषण हीरुभाई मुलजीभाई पटेल (Hirubhai Mulljibhai Patel) ने 1977 में दिया था। गौरतलब है कि इसे ही भारत के इतिहास में सबसे छोटा बजट भाषण कहा जाता है।

    भारत के 11वें वित्त मंत्री थे पटेल

    पाठकों को बता दें कि हीरुभाई मुलजीभाई पटेल, मोरारजी देसाई सरकार में 26 मार्च 1977 में वित्त मंत्री बने थे। वह देश के 11वें वित्त मंत्री थे। वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने 24 जनवरी 1979 तक अपनी सेवा दी थी। इसके बाद 1979 में वह देश के गृह मंत्री भी बने थे।

    इनके बजट में थे सबसे ज्यादा शब्द

    हालाँकि बजट भाषण में सर्वाधिक शब्द इस्तेमाल करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर है। जी हाँ दोस्तों, मनमोहन सिंह द्वारा साल 1991 में दिए गए बजट भाषण में कुल 18,650 शब्द ही थे। उनके बाद बजट भाषण में सबसे ज्यादा शब्द इस्तेमाल करने के मामले में दूसरा स्थान अरुण जेटली का है। जेटली के साल 2018 के बजट भाषण में 18,604 शब्द प्रयुक्त हुए थे।