लॉकडाउन के चलते औरंगाबाद के होटल और रेस्टारंट व्यवसाय संकट में

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    औरंगाबाद. कोरोना (Corona) के बढ़ते कहर के बीच सरकार ने होटल और रेस्टारंट (Hotel & Restaurant) पर संपूर्ण प्रतिबंध लगाने के कारण राज्य की पर्यटन राजधानी वाले औरंगाबाद (Aurangabad) में होटल और रेस्टारंट मालिक काफी संकटों से गुजर रहे है। इस पर होटल एंड रेस्टारंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिय़ा तथा औरंगाबाद होटल एंड रेस्टारंट एसोसिएशन ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सरकार से इस निर्णय पर फिर से विचार करने की मांग की है।

    एसोसिएशन के अध्यक्ष शेरी भाटिया (Association President Sheri Bhatia) ने कहा कि बीते कुछ दिनों से शहर में होटल और रेस्टारंट का व्यवहार पूरी तरह बंद किए गए है। इस निर्णय से शहर के लगभग 500 होटल और 1300 रेस्टारंट व बार मे काम करनेवाले कामगार व अन्य लोग बड़े पैमाने पर बेरोजगार होंगे। उससे होनेवाले आर्थिक नुकसान से संपूर्ण यंत्रणा चरमरा जाएगी। गत वर्ष एंड में लॉकडाउन पूरी तरह समाप्त करने के बाद से आज तक 30 प्रतिशत होटल तथा रेस्टारंट  पूरी तरह नहीं खुले थे। आर्थिक संकट के चलते 20 प्रतिशत होटल व रेस्टारंट चालकों ने अपना व्यवसाय हमेशा के लिए बंद कर दिया है। वहीं, जो होटल व रेस्टारंट खुले थे, उसमें सरकार के नए निर्बेंध से 50 प्रतिशत बंद हो चुके है। कोविड मरीजों की संख्या आए दिन बढ़ रही हैं, इसे नकारा नहीं जा सकता,  परंतु उसके लिए सिर्फ होटल व रेस्टारंट को दोषी मानना ठीक नहीं है। 

    होटल व रेस्टारंट खोलने की परमिशन दी जाए

    विशेषकर, गत वर्ष एंड में सरकार द्वारा होटल व रेस्टारंट खोलने की परमिशन देने के बाद यहां  सबसे अधिक कोविड महामारी को लेकर सरकार द्वारा जारी नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा था। भाटिया ने कहा कि महामारी के इस काल में गंभीर परिस्थिति में भी हम सबसे आगे आकर लड़ाई लड़ रहे थे। डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मचारियों को इस उद्योग ने बड़े पैमाने राहत देनेवाले काम किया । कोरोना काल में हर दिन लाखों जरुरत मंदों को खाद्य उपलब्ध कराया। भाटिया ने सरकार को आश्वस्त करते हुए बताया कि हम एक जिम्मेदार उद्योग है। इसलिए हमें फिर से होटल व रेस्टारंट खोलने की परमिशन दी जाए।