कृषि बिल स्थगन आदेश की भाजपा ने जलाई होली

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  • औरंगाबाद जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन

औरंगाबाद. केन्द्र सरकार द्वारा मंजूर किए गए कृषि बिल किसानों के हित में है, परंतु राज्य की ठाकरे  सरकार की ओर से केन्द्र सरकार द्वारा पारित उन कृषि बिलों को स्थगित किए जाने का आदेश जारी किया गया. इस आदेश का भाजपा के औरंगाबाद इकाई ने कड़ा विरोध कर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक हरिभाऊ बागडे और जिलाध्यक्ष विजय औताडे के नेतृत्व में किया.

 ठाकरे सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

आंदोलन के दरमियान भाजपाइयों ने राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार के कृषि विधेयकों को स्थगित किए जाने के आदेश की होली की. धरना आंदोलन के दरमियान भाजपाइयों ने ठाकरे सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विधायक हरिभाऊ बागडे ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा मंजूर किए गए विधयेकों को महाराष्ट्र सरकार को अमलीजामा पहनाना चाहिए था, परंतु मंगलवार को ठाकरे सरकार ने एक आदेश जारी कर केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए कृषि बिलों को स्थगित कर दिया. सरकार से तत्काल स्थगित का निर्णय वापस लेने की मांग विधायक बागडे और जिलाध्यक्ष विजय औताडे ने की. जिलाध्यक्ष औताडे ने कहा कि इस बिल में किसानों को अपना माल बेचने का स्वतंत्र दिया गया है. किसानों का उत्पन्न बढाने के लिए यह विधेयक काफी कारगर साबित होंगे. इसके बावजूद राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिलों को स्थगिति देकर किसानों को परेशानी में डाला है. सरकार यह आदेश तत्काल वापस ले, वरना भाजपा की ओर से और सख्त आंदोलन करने की चेतावनी भाजपा जिलाध्यक्ष विजय औताडे ने दी. आंदोलन में कई भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.  गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्यसभा में पारित किए कृषि बिलों का देश भर में कड़ा विरोध हो रहा है, परंतु भाजपा इन विधेयकों को किसानों के हितैषी बता रही है.