मनपा अधिकारियों और कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति का सिलसिला जारी

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  • नई भर्ती न होने से बढ़ा काम का बोझ 

औरंगाबाद. महानगर पालिका में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति का सिलसिला लगातार जारी है. वहीं, दूसरी तरफ सालों से भर्ती न होने से वर्तमान में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ा हुआ है. काम का बोझ बढ़ने से शहरवासियों को समय पर सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. ऐसे में जल्द से जल्द नई भर्ती करने की जरुरत है.

बीते 5 से 7 सालों से मराठवाड़ा क्षेत्र में कई बार सूखा पड़ा है. सूखे के चलते संभाग के ग्रामीण क्षेत्र के लाखों लोगों ने रोजगार के लिए औरंगाबाद में अपना डेरा जमाया. यहीं कारण है कि शहर की जनसंख्या आए दिन बढ़ रही है. आज शहर की जनसंख्या 20 लाख से अधिक है. शहर की बढ़ती जनसंख्या के अनुसार उन्हें मूलभूत सुविधाओं की आपूर्ति करने के लिए मनपा अधिकारियों और कर्मचारियों की  भर्ती जरुरी है. पिछले 6 सालों से मनपा प्रशासन नई भर्ती के लिए आकृतिबंध मंजूरी की प्रक्रिया में जुटा हुआ है. शहर की बढ़ती जनसंख्या और मनपा के उत्पन्न का खाका तैयार कर आकृतिबंध में पदों को मंजूरी मिलेगी. वहीं, आए दिन रिक्त पदों की संख्या का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा हैं.

रिक्त पदों को  भरने की मांग 

मनपा सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में क्लास वन से क्लास थ्री के रिक्त पदों की संख्या 506 है. चालू वर्ष में कुल 42 अधिकारी और कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे. गत वर्ष 44 अधिकारी और कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए थे.हर साल 40 से 50 का अधिकारियों और कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने का सिलसिला जारी है. वहीं, अगले वर्ष शहर अभियंता सखाराम पानझडे, कार्यकारी अभियंता हेमंत कोल्हे सहित कई अधिकारी सेवानिवृत्त होंगे. इसलिए जल्द से जल्द रिक्त पदों को  भरने की मांग की जा रही है.अधिकारी और कर्मचारी सेवानिवृत्त होने के चलते एक-एक अधिकारी के पास 5 से 8 विभाग का पदभार है. जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों को जनता की मूलभूत सेवाएं देने में कई दिक्कतें आ रही है. 

पदोन्नति के फाईले खा रही धूल

एक तरफ, अधिकारी और कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति का सिलसिला जारी है. वहीं,दूसरी तरफ कई अधिकारी  और कर्मचारियों के पदोन्नति की फाईलें धूल खा रही है. वर्तमान में कई कनिष्ठ पदों के अधिकारियों को वरिष्ठ पदों पदभार देकर उनसे  काम कराकर लेने की मजबूरी प्रशासन पर है. सालों से एक ही पद पर काम करते हुए उनसे वरिष्ठ पदों के काम कराकर लिए जा रहे है. जिससे अधिकारियों में बड़े पैमाने पर प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है. इधर, पिछले सप्ताह आयोजित प्रेस वार्ता में मनपा कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय ने 30 अधिकारियों और कर्मचारियों के पदोन्नति करने की घोषणा की है. जिससे सेवानिवृत्त होने के कगार पर पहुंचे कई अधिकारी और कर्मचारियों में खुशी की लहर दौडी है.