नगर आयुक्त पांडेय से संवाद के बाद मरीजों के चेहरे पर उमड़ी खुशी

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चिकलथाना. नगर निगम आयुक्त आस्तिक कुमार पांडेय ने चिकलथाना के मेल्ट्रॉन कंपनी में स्थापित कोविड केयर सेंटर का औचक दौरा किया और कोरोना से पीड़ित रोगियों के साथ बातचीत की. कमिश्नर पांडेय के दोस्ताना संवाद के बाद मरीजों के चेहरे पर संतुष्टि और ख़ुशी देखी गई. बातचीत के दौरान, आयुक्त ने रोगियों की समस्याओं को जाना.

 मनपा आयुक्त आस्तिक  कुमार पांडेय ने एमआईडीसी द्वारा चिकलथाना में मेल्ट्रोन कंपनी द्वारा स्थापित किए कोविड अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस अवसर पर नगर चिकित्सा अधिकारी डॉ.वैशाली मुदगलकर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सेल हेड नंदकिशोर भॊबे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

मन का  भय गायब हो गया

इस भेंट में आयुक्त ने चिकित्सा अधिकारियों, नर्सों और सफाईकर्मियों के साथ बातचीत की. उनके कार्य की प्रशंसा करके संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कोविड  केयर सेंटर में इलाज कर रहे कोरोना पीडि़त रोगियों से भी बातचीत की. उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. अधिकारियों द्वारा स्नेह के पूछताछ के बाद रोगियों के चेहरे पर संतोष देखा गया. कोरोना पॉज़िटिव पाये जाने के बाद मन में भय था. मरीजों ने आयुक्त को बताया की कोविड केंद्र में आने के बाद उनके मन का  भय गायब हो गया हैं.

15 जुलाई के बाद डीटीएचसी का दर्जा

शहर में कोरोना रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि को देखते हुए पालकमंत्री मंत्री सुभाष देसाई ने एक स्वतंत्र कोविड अस्पताल स्थापित करने का निर्णय लिया. इसके लिए, मेल्ट्रॉन कंपनी का स्थान तय किया गया था. एमआईडीसी  के अधिकारियों, जिला कलेक्टर उदय चौधरी और अन्य अधिकारियों ने 20 दिनों में मेल्ट्रॉन के परिसर में कोविड  केयर सेंटर (CCC) की शुरुआत की. रोगियों की बढ़ती संख्या के कारण, CCC के बजाय समर्पित कोविड हेल्थ केयर सेन्टर (DTHC) का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है. 15 जुलाई से कोविड के मरीजों का इलाज किया जाएगा. इसके लिए घन कचरा  प्रबंधक नंदकिशोर भोबे को मुख्य कार्यकारी अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी वैशाली मुदगलकर को चिकित्सा प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया गया है. यह जानकारी नगर निगम आयुक्त अस्तिक कुमार पांडेय ने दी.

आधुनिक अस्पताल के लिए पहल

मनपा ने मेल्ट्रोन केंद्र में कोरोना पीड़ितों को  आधुनिक उपचार प्रदान करने की पहल की है. डीपीडीसी, सांसदों, विधायकों की धनराशि के साथ विभिन्न कंपनियों के सीएसआर फंड का उपयोग अस्पताल में आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराने किया जाएगा. इसके लिए एक अलग बैंक खाता भी खोला जाएगा.केंद्र में किसी भी आपात स्थिति के लिए, सीईओ और चिकित्सा प्रभारी 3 लाख रुपये तक का खर्च कर संकेंगे,  और मनपा की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.नीता पाडलकर को 5 लाख रुपये तक खर्च करने की मंजूरी दी गई है.