शिवसेना विधायकों ने की घाटी अस्पताल प्रशासन के काम की प्रशंसा

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– कहा- हम कोविड योध्दाओं के साथ

औरंगाबाद. बीते शनिवार को एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने घाटी अस्पताल में मरीजों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ पर एक पत्रकार परिषद लेकर वहां के डॉक्टरों की पोल खोली थी. जिससे घाटी अस्पताल प्रशासन सहित राज्य के स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची थी. इसके 3 दिन बाद ही शिवसेना के विधायकों ने घाटी अस्पताल का दौरा कर वहां कार्यरत डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों के काम की प्रशंसा की. साथ ही डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि शिवसेना विधायक आपके साथ है.

शिवसेना विधायकों ने जिला प्रमुख अंबादास दानवे के नेतृत्व में घाटी अस्पताल का दौरा किया. इस दौरे में दानवे के अलावा विधायक संजय सिरसाठ व विधायक प्रदीप जैसवाल भी उपस्थित थे. सेना विधायकों ने घाटी की डीन डॉ. कानन येलीकर के साथ बैठक कर घाटी अस्पताल की अड़चनों को जाना. 

यंत्रसामग्री के लिए 31 करोड़ का निधि देने की मांग 

उधर, घाटी में कुछ संगठनाएं, बाहर की स्वयंसेवी संस्थाएं, संगठन के नाम पर घाटी परिसर में आकर डॉक्टरों को परेशान किए जाने का काम जारी है. इस पर विधायकों ने इस मामले में बुधवार को सीपी चिरंजीव प्रसाद से मुलाकात कर शिकायत की. सेना विधायकों ने घाटी में यंत्रसामग्री के लिए 31 करोड़ का निधि देने की मांग की है. इसको लेकर सेना विधायकों ने कहा कि वे निधि जल्द देने के लिए राज्य के मुखिया उध्दव ठाकरे से गुहार लगायेंगे. सभी विधायकों ने घाटी प्रशासन को आश्वस्त किया कि हम आपके साथ है.

ईमानदारी से काम कर रहे डॉक्टर

शिवसेना विधायक संजय सिरसाठ ने कहा कि घाटी के डॉक्टर कोरोना के इस संकट में काफी ईमानदारी से काम कर कड़ी मेहनत कर  रहे है. उन्हें र्धेर्य देने के लिए सेना के तीनों विधायक घाटी अस्पताल पहुंचे है. घाटी में कोरोना पीडि़त मरीजों की बड़ी संख्या में  हो रही मौतों को  लिए यहां के डॉक्टरों को  दोषी ठहराना ठीक नहीं है. कुछ दवाईयों की कमी हैं, सीएम ठाकरे से बोलकर  दवाईयों का प्रश्न हल किया जाएगा. शिवसेना विधायकों ने डॉक्टरों से कहा कि वे सिर्फ मरीजों का ख्याल रखें. विधायक दानवे ने कहा कि मौत की मुंह में ढकेले गए 45 मरीजों की जान बचाने में घाटी के डॉक्टर कामयाब रहे. घाटी अस्पताल में मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है. ऐसे में डॉक्टरों पर आरोप लगाकर उन्हें तनाव में ना ढकेले.