दिल्ली के तर्ज पर औरंगाबाद में सिरो सर्वे जारी

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  • हर वार्ड से 35 से 40 लोगों का लिए जा रहे खून के नमूने 

औरंगाबाद. शहर में बरप रहे कोरोना कहर को ब्रेक लगाने के लिए मनपा प्रशासन द्वारा विविध उपाय योजनाएं जारी है. बीते दिनों औरंगाबाद दौरे पर आए केन्द्रीय टीम ने दिल्ली के तर्ज पर शहर के नागरिकों के खून में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए किस परिसर के कितने नागरिकों में एंटीबॉडी तैयार हुआ, इसकी जांच के लिए सिरो सर्वे शुरु करने के निर्देश मनपा प्रशासन को दिए थे. उस निर्देश पर मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से सिरो सर्वे शुरु किया है. गत दो दिनों से करीब 40 वार्डों में सिरो सर्वे किए गए. सिरो सर्वे में हर वार्ड के 35 से 40 लोगों के खून के नमूने लिए जा रहे है.

सिरो सर्वे आरंभ करने के बाद कुछ वार्ड के नागरिकों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन धीरे- धीरे लोगों को इसका महत्व समझाने के बाद लोग सर्वे में प्रशासन का साथ देने का दावा मनपा की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीता पाडलकर ने किया. उन्होंने बताया कि किसी भी एरिया में सर्वे शुरु करने से पहले किस वार्ड में स्लम हिस्सा कितना है, इस पर लक्ष्य केन्द्रीत कर वहां की जनसंख्या के अनुसार महिला, पुरुष, वरिष्ठ और कनिष्ठ इस तरह सभी का सम प्रमाण में खून के नमूने मिले इसकी दक्षता ली जा रही है. इसमें प्रथम दस घर में वरिष्ठ महिला, अगले दस घर में उम्र से छोटी महिला तथा उसके बाद दसवें घर में वरिष्ठ पुरुष के अलावा फिर दस घरों के बाद उम्र से छोटे पुरुष के खून के नमूने लेने का सिलसिला जारी है. 

चिठ्ठीयां डालकर किया जा रहा बस्ती का चयन 

डॉ. पाडलकर ने बताया कि सिरो सर्वेक्षण के लिए संबंधित वार्ड में स्लम और सधन इन परिसरों का प्रमाण विचार में लेकर किस परिसर से कितने खून के नमूने लेने है यह तय किया जाता. उसके बाद चिठ्ठीयां डालकर बस्ती निश्चित की जाती. उस बस्ती में पहुंचने के बाद चौराह में खाली बोतल घूमाई जाती. उस बोतल का मुंह जिस दिशा जाएंगा, वहां से 10 वें घर का चयन कर खून का नमूना लिया जाता.

5 दिन चलेगा सर्वेक्षण 

एक सवाल के जवाब में डॉ. नीता पाडलकर ने बताया कि 5 दिन  चलनेवाले सर्वेक्षण में शहर के सभी 115 वार्डों में करीब साढ़े चार हजार नागरिकों के खून के नमूने लिए जाएंगे. इसके लिए हर वार्ड से 40 घरों से खून के नमूने लेते समय हर गुट के 5 व्यक्तियों के नमूने लिए जा रहे है. इन नमूनों की घाटी के प्रयोग शाला में जांच की जाएगी. उसमें कितने लोगों के खून के नमूनों में एंटीबॉडी तैयार हुई इसकी जानकारी मिलेंगी. इसके लिए किसी को क्वारंटाइन करने की जरुरत नहीं है. इसलिए नागरिकों ने खून के नमूने देने के लिए मनपा प्रशासन को सहकार्य करने की अपील मनपा की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीता पाडलकर ने औरंगाबाद वासियों से की.