Rainfall
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भंडारा (का). जिले में लंबे समय से वर्षा के विराम ले लेने से किसानों के चेहरे मायूस हो गए थे, लेकिन जब 8 अगस्त को मूसलाधार वर्षा हुई तो किसानों के मुरझाए चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे. हालांकि इससे पहले रक्षाबंधन के दिन अच्छी वर्षा हुई थी, लेकिन उसके बाद फिर वर्षा ने ब्रेक ले लिया. ब्रेक के बाद वर्षा का पुनरागमन हो गया है. साकोली में सबसे ज्यादा वर्षा रिकार्ड की गई. यहां 11 अगस्त तक 827.5 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई. साकोली के बाद पवनी तहसील में 825.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई. लाखनी में 678.6 मिमी. भंडारा तहसील क्षेत्र में 774.5 मिमी. मोहाडी में 746.8, लाखांदूर में 637.5 मिमी तो तुमसर में सबसे कम 546.9 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई. इस तरह जिले की सातों तहसील में वर्षा दर्ज की गई. पूरे जिले में 720.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो इसी कालावधि में होने वाली औसत वर्षा का 92 प्रतिशत है.

अब तक वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे किसानों को अब इस बात का भय सताने लगा है कि कहीं जिले में गीला अकाल न आ जाए. ज्यादा वर्षा होने पर शहरी तथा ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो जाती है. इन दिनों पूरे जिले में एक जैसी ही तस्वीर देखने को मिल रही है. कहीं हालात उन्नीस हैं तो कहीं बीस.