- कांग्रेस के मोटघरे ने की आर्थिक सहायता देने की मांग
तुमसर. कोरोना पर लगाम लगाने के लिए राज्य में 5 माह से शुरु लॉक डाउन के कारण ऑटोरिक्शा चालक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. वर्तमान में बेरोजगारी उन्हें भुखमरी की ओर ले जा रही है. लॉक डाउन के कारण ऑटोरिक्शा श्रमिक आत्महत्या के कगार पर हैं. राज्य में अब तक 9 ऑटोरिक्शा श्रमिकों ने आत्महत्या कर ली है.
इस कारण जिला कांग्रेस के महासचिव गौरीशंकर मोटघरे द्वारा सरकार से तत्काल ऑटोरिक्शा चालको को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है.
कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे गए निवेदन में कहा कि, वर्तमान संकट की घड़ी में ऑटोरिक्शा चालको से वसूल किए जाने वाला आरटीओ लाइसेंस एव नवीकरण शुल्क, यात्रा एवं वाहन शुल्क माफ कर ऑटोरिक्शा खरीदने के लिए लिया गए ऋण की ई एम आई आगामी 6 माह के लिए स्थगित कर देना चाहिए. साथ ही सभी बैंकों एवं वित्त कंपनियों को ईएमआई पर लगाया गया. ब्याज माफ करने का आदेश दिया जाना चाहिए. ऑटोरिक्शा चालक मालिकों के लिए कल्याणकारी मंडल की स्थापना कर उन्हें न्याय योजना के तहत 7,500 रुपये प्रति माह का भुगतान करने एवं ऑटोरिक्शा का किराया तय करने के लिए राज्य में एक समिति का गठन करने की मांग की गई है.
कांग्रेस महासचिव गौरीशंकर मोटघरे ने कहा कि, लॉक डाउन के कारण आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे ऑटोरिक्शा चालको की ओर अनदेखी की जा रही है. उन्हें न्याय दिलाने के उद्देश्य से सरकार से अनुरोध किया गया है.