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  • नजूल कार्यालय का अजीबोगरीब कारनामा

पवनी (सं). पवनी शहर में सार्वजनिक संपत्ति के सभी रिकार्ड नजूल कार्यालय पवनी में रखे गए हैं. इसमें संपत्ति खरीदने एवं बेचने, नाम कम करने या बढ़ाने, विभिन्न परिवर्तन करने आदि जैसी विभिन्न गतिविधियां हैं, लेकिन नजूल कार्यालय पवनी लोगों के लाभ के लिए नहीं होकर कई लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है. ऐसी ही एक अजीबोगरीब घटना पवनी शहर के एक गरीब चाय विक्रेता स्थानीय घोड़ेघाट वार्ड निवासी अशोक दलाल के साथा घटी.  उसके ही पुस्तैनी संपत्ति पर बिना किसी कारण से उसका नाम हटा दिया गया एवं दूसरे का नाम दर्ज किया गया. 

कर्मचारी हुए हैरान
जब कोई नया कारण नहीं था एवं कोई सबूत नहीं था, तो नजूल कार्यालय पवनी की गलती देखकर नजूल कार्यालय के कर्मचारी हैरान रह गए. उन्होंने इस तरह के गलत प्रकार को उपअधीक्षक लाखड़े के ध्यान में लाकर दिया, लेकिन उनका कार्यालयीन काम एवं लॉकडाउन के कारण गरीब चाय विक्रेता अशोक दलाल एवं उनकी पत्नी रेवती दलाल ने करीब सौ बार नजूल कार्यालय के चक्कर काटे. लेकिन उनका काम नहीं हुआ. 

मदद के लिए आई युवा शक्ति
अंतत: इन दंपत्तियों ने युवाशक्ति संगठन के देवराज बावनकर, मच्छिंद्र हटवार, दीपक बावनकर, हेमंत मेनवाड़े, गोपाल काटेखाये से संपर्क कर उनको अपनी समस्या बताई. इस पर युवाशक्ति संगठन तहसील पवनी के कार्यकर्ताओं ने निर्णय लेते हुए नजूल आफिस पवनी में जब तक काम नहीं होता तब तक वहां से नहीं उठकर ठिय्या आंदोलन शुरू किया. कार्यकर्ताओं के अचानक आंदोलन करने से अधिकारियों के होश उड़ गए. 

शीघ्र हुई कार्रवाई
मामले की गंभीरता को समझ कर संबंधित अधिकारी ने शीघ्र ही कर्मचारियों की बैठक ली एवं 2 घंटों के अंदर नाम दुरूस्त कर दिया. अशोक दलाल एवं रेवती दलाल को एक पत्र दिया गया. इस पत्र की एक कापी तुरंत नप पवनी में भेजी गई. जिससे एक गरीब चाय विक्रेता को न्याय मिला. इस कार्य को सफल करने के लिए युवाशक्ति संगठन तहसील पवनी के दुर्गेश बावनकर, अंकुश सावरकर, आकाश हटवार, सुरज जुमले, राहुल नंदनवार, रोहित बन्सोड़, विलास येलमुले, ज्ञानेश्वर केरझरकर, सचिन मुंडले, कार्तिक माटे, सोनू खापर्डे, विवेक रायपूरकर, रुपेश शेंडे, शुभम बावनकर, वैभव काटेखाये, अनिकेत भोवते, प्रियांश धनविजय, भावेश राहाटे, जगदिश बोकड़े, आयुष्य शिवरकर, अमर मेश्राम, शुभम सेलोकर, ऋषीसर मोहरकर, चंद्रहास पचारे, अमित पचारे, प्रतीक बन्सोड़, संजय सेलोकर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.