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भंडारा (का). कोरोना महामारी ने अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी दस्तक दे दी है. अब तक शहरी क्षेत्रों तक सीमित कोरोना गांव में भी पहुंच गया है, जिससे अब इस रोग का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है. भंडारा जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने से जिला प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं. वर्षा काल होने के कारण इस सीजन में होने वाली बीमारियों भी लोगों को परेशान कर रही हैं. मानसूनी बीमारियों के साथ-साथ बुखार, सर्दी, खांसी के मरीज हर घर में हैं. बदन दर्द की शिकायतें तो लगातार आ रही हैं. इन सब के बीच कोरोना का बढ़ता ग्राफ चिंता बढ़ा रहा है.

बदन दर्द, खांसी होने की स्थिति में लोग सीधे डॉक्टर के पास न जाकर मेडिकल स्टोर्स के दवा लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. कोरोना के लक्षण सामान्य बुखार के लक्षण की तरह ही होते हैं, ऐसे में बुखार होते ही लोग परेशान हो जाते हैं. कोरोना के कारण सभी का ही आर्थिक तंत्र बिगड़ गया है. कोरोना के कारण सबसे ज्यादा नुकसान छोटे व्यापारियों को उठाना पड़ा है. बहुतेरो का रोजगार हाथ से चले जाने के कारण लोग बहुत परेशान हैं. हाथ में काम न होने के कारण बहुत से लोगों में निराशा घर कर गई है.