- साल दर साल बढ़ता जा रहा मरने वालों का आकड़ा
- यातायात के नियमों का पालन नहीं
भंडारा (का). रास्ते पर वाहन चलाने के कुछ नियम होते हैं. नियम का पालन करने वाले वाहनचालक सकुशल अपने लक्ष्य तक पहुंचते हैं, लेकिन वे जो यातायात के नियमों का पालन नहीं करते वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच जाते, वे तो वहां पहुंच जाते हैं, जहां से वापस लौटना संभव ही नहीं हो पाता.
पिछले कुछ वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों का आकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. दुर्घटनाओं में मरने वालों का आकड़ा क्य़ों बढ़ता जा रहा है, जब इसके बारे में जानकारी ली गई तो पता चला कि आवश्यकता से तेज गति, कट मारने, सामने वाले वाहन को पछाड़ने जैसे स्पर्धा के कारण सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ रहा है. पहले वर्ष भर दुर्घटनाएं होने की संख्या बहुत सीमित थी, लेकिन अब हालत यह है कि हर साल एक लाख से ज्यादा लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाती है.
सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते ग्राफ के बारे में अध्ययन करने पर यह खुलासा हुआ है कि राज्य के अन्य जिलों की तरह भंडारा में भी यातायात नियमों का पालन न करने वालों की अच्छी खासी संख्या है. चार पहिला के मुकाबले दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार ज्यादा हो रहे हैं. यातायात पुलिस का कहना है कि नियमों का पालन न करने के कारण ही हर साल दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है, मरने वालों की संख्या बढ़ रही है.
यातायात पुलिस का कहना है कि जिस दिन नियमों को तोड़कर वाहन चलाने वाले इस बात को अच्छी तरह से समझ जाएंगे कि नियम हर वाहन चालक की सुरक्षा के लिए ही बनाए गए हैं, उसी दिन से वाहन चलाने वाला नियमों का पालन करना शुरु कर देंगे. भंडारा में दो पहिया वाहन चालकों में ऐलो वाहन चालकों का प्रतिशत बहुत कम है, जो हेलमेट पहनते हैं.
अगर किसी वाहनचालक से यह पूछा जाए कि आप हेलमेट क्यों नहीं पहनते तो वे उत्तर देते हैं कि यहीं पास में तो जाना है. इस बात की क्या गारंटी है कि पास ही जाने वाला व्यक्ति दर्घटना का शिकार नहीं हो सकता. यातायात विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गति का बंधन तथा नियमों का पालन सड़क दुर्घटनाओं और उससे मरने वाले लोगों की संख्या में कमी अवश्य लाएगा.