RTPCR test fee fixed at Rs 1600 in private laboratories
File Photo

Loading

भंडारा. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सितंबर में कोरोना के प्रकोप के मद्देनजर जिले का दौरा किया था. उस दौरान उन्होंने भंडारा जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर प्रयोगशाला की मंजूरी की घोषणा की थी. प्रयोगशाला को स्थापित करने की सभी औपचारिकताएं अब पूरी हो चुकी है. प्रयोगशाला सप्ताहभर में लागू की जाएगी. इसके कारण 24 घंटों में कोरोना रिपोर्ट प्राप्त करना व रोगियों का इलाज जल्दी करना संभव होगा.

स्वास्थ्य मंत्री ने दिये निर्देश

भंडारा में स्वैब लेने के बाद कोविड 19 के लक्षणों वाले संदिग्ध रोगियों की जांच करने की सुविधा नहीं थी. इसके कारण स्वैब को जांच के लिए नागपुर भेजा जा रहा था. रिपोर्ट में 2 से 3 दिनों की देरी के कारण, रोगियों के इलाज में समय लगता था. समय पर उचित इलाज नहीं मिलने से कुछ मरीजों की मृत्यु भी हुई है. सितंबर में, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, गृह मंत्री अनिल देशमुख, चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख, राज्यसभा सांसद प्रफुल पटेल ने जिला अस्पताल की सुविधाओं का परीक्षण करने के बाद प्रयोगशाला की समस्या सामने आयी. तब स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि आरटीपीसीआर परीक्षण प्रयोगशाला को तुरंत मंजूरी दी जाएगी. उन्होंने एक सप्ताह में प्रयोगशाला को लागू करने का निर्देश दिया था. तकनीकी समस्या के कारण प्रयोगशाला शुरू नहीं हो सकी. 

मैनपावर भी तैयार

प्रयोगशाला के संबंध में सरकार की ओर से अक्टूबर में जीआर जारी किया गया था. इसके बाद एक प्रयोगशाला का निर्माण किया गया. प्रशासन ने एक निविदा प्रक्रिया के माध्यम से मशीन, कीट व अन्य सामग्रियों के परीक्षण का आह्वान किया. वर्तमान में मशीन नए अस्पताल भवन में स्थापित है.

प्रयोगशाला के लिए मैनपावर भी तैयार किया गया है. उन्हें प्रशिक्षित किया गया है. लैब अगले 8 दिनों में चालू हो जाएगा. जिले के संदिग्धों की जांच होगी. जांच रिपोर्ट 12 से 24 घंटे में प्राप्त होगी. रोगियों का तुरंत इलाज करना संभव होगा. जानकारी जिला अस्पताल के निवासी चिकित्सा अधिकारी डा. निखिल डोकरीमारे ने दी.