No outstanding dues, WF warns of movement

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तुमसर. प्रधानमंत्री आवास योजना (शहर) के अंतर्गत बनने वाले आवास निर्माण कार्य पहले सरकारी सिस्टम में तो अब कोरोना संक्रमण में फंसता दिखाई दे रहा है. शहर में नवंबर 2018 में घरकुल का निर्माण कार्य तो जोर-शोर से शुरू हुआ था. लेकिन नींव पड़ने के बाद  किश्त लाभार्थियों के खाते में अब तक नहीं भेजी गयी है. जिससे निर्माण कार्य पूरी तरह रुक गया है. इस संदर्भ में विकास फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से भेंट कर निवेदन सौंपा. निवेदन में लाभार्थियों को बकाया राशि तत्काल देने की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी गई है.

लाभार्थियों में असंतोष
इस बात को लेकर  लाभार्थियों में असंतोष का वातावरण बना हुआ है. घरकुल लाभार्थियों को जुलाई 2019 में दूसरी किश्त मिली थी, तबसे अब तक बकाया 1,50,000 रु. की राशि के लिए लाभार्थियों की नप के चक्कर लगाते-लगाते चप्पल घिस गई है, लेकिन उन्हें राशि मिलना तो दूर ढंग से जवाब भी नही मिल रहा है.

364 को मंजूरी
निवेदन में कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहर) के अंतर्गत शहर में 364 घरकुलों का डीपीआर मंजूर हुआ था. इसमें 320 लोगों को घरकुलों का लाभ मिला था. 44 लाभार्थी आज भी लाभ से वंचित हैं. मंजूर आवासों का निर्माण कार्य नवंबर 2018 से शुरू किया गया था. जिन लोगों को घरकुल मंजूर हुआ था, उन्होंने अपनी झोपड़ी एवं मकानों को गिराकर किराए के मकान में बसेरा बनाकर घरकुल का निर्माण कार्य शुरू किया था.

मिले थे 1 लाख रुपए
अब तक सभी लाभार्थियों को  केवल 1 लाख रु. प्राप्त हुए हैं. इन रुपयों से उन्होंने फाउंडेशन एवं दीवारें खड़ी की हैं, लेकिन अब फिनिशिंग का मौका आया तो उन्हें अनुदान प्राप्त नहीं हो रहा है. गत अनेक माह से लाभार्थी महिला-पुरुष नप के अधिकारियों के समक्ष अनुदान उपलब्ध कराने की गुहार लगा रहे हैं. तब उन्हें तरह तरह के कारण बताकर लौटाया जाता है. खराब हो रहे मकान

लाभार्थियों द्वारा निर्माण की गई दीवारें स्लैब एवं पलस्तर के अभाव में खराब होने लगी  हैं. दूसरी ओर गरीब जरूरतमंद जो किराए के मकानों में रहते हैं उनके द्वारा समय पर मकान मालिक को किराया अदा नहीं करने पर उन्हें 4 बातें सुननी पड़ रही हैं. इस कारण लाभार्थियों में नप प्रशासन के खिलाफ रोष का वातावरण निर्माण हुआ है. निवेदन सौंपते समय नगरसेवक मेहताबसिंग ठाकुर, राजू गायधने, संजय मलेवार, ललित शुक्ला, मोहित मेश्राम, अश्विन ठाकुर, गौरव नवरखेले, अजय बड़वाईक, रामप्रसाद अवचट, दिनेश मेश्राम, प्रमेश नलगोपुलवार आदि उपस्थित थे.

पाइंटर

  • गंभीर हो रही स्थिति
  • वर्तमान में लॉकडाउन के चलते घरकुल लाभार्थियों की स्थिति और भी गम्भीर दिखाई दे रही है.
  • सरकार द्वारा मकान मालिकों को किराए के लिए तकाजा नहीं लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
  • फिर भी मकान मालिक पहले की तरह किराएदार को परेशान कर रहे हैं.
  • वर्तमान में जरूरतमंदों को 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुमकिन नही हो रहा है.
  • तब वे मकान का किराया कैसे अदा करेंगे यह सवाल उनके समक्ष खड़ा हुआ है.
  • सरकार द्वारा इस ओर तत्काल ध्यान देकर घरकुल लाभार्थियों को शेष अनुदान उपलब्ध कराने की मांग की गई है.