बाढ़ का पानी उतरते ही आंक्षिक क्षतिग्रस्त मकान पूरी तरह ध्वस्त

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लाखांदूर. अगस्त माह के अंतिम दिनों में आई बाढ़ में कुछ घरों को आंशिक नुकसान हुआ था.बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण तथा पंचनामे के बाद बाढ़ प्रभावित लोगों की सूची में संबंधित लोगों के नाम भी है. लेकिन बाढ़ का पानी उतरते ही आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरे पूरी तरह से गिरने की घटना घटित हुई. इस घटना में भले ही कोई अप्रिय घटना न हुई तो भी पीड़ित बाढ़ प्रभावितों का पुर्नसर्वेक्षण करके सरकारी मदद देने की मांग लाखांदूर के तहसीलदार को दिए गए निवेदन के माध्यय से की गई है.

तहसीलदार को दिए गए निवेदन के आधार पर अगस्त माह की 29 तारीख को लाखांदूर तहसील की वैनगंगा तथा चुलबंद नदी में आई बाढ़ के कारण नदी तट के पास  स्थित 16 गांव के सैकड़ों घरों को नुकसान पहुंचा था. नुकसान हुए घरों में कुछ घर आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त हुए थो तो कुछ घर पूरी तरह से नष्ट हो गए थे. उस समय सरकार.

जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावितों को तत्काल सरकार की ओर से मदद देने के लिए समय पर सर्वेक्षण तथा पंचनामा भी किया गया. पंचनामे के अनुसार तहसील में डांभेविरली के आंशिक क्षतिग्रस्त घरों का सर्वेक्षण तथा पंचनामा करके लाभार्थियों की सूची भी प्रकाशित की गई थी, लेकिन इस पंचनामा तथा सूची प्रकाशित होकर कुछ ही दिन हुए थे कि जो आंशिक  क्षतिग्रस्त घर थे, वे भी गिर गए. जिन लोगों के घर आंशिक रूप गिरे थे, उनमें के कुछ लोगों के घर अब पूरी तरह से नष्ट हो गए है, वे अब पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान मालिकों जितनी धनराशि दी गई है, उतनी धनराशि देने की मांग कर रहे हैं.

मिट्टी के घर होने के कारण इन घरों को बाढ़ के कारण शुरु में ही भारी नुकसान हुआ. बाढ़ का पानी उतरते ही पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घर गिरने की जानकारी निवेदन के माध्यम से दी गई. इस घटना में चार लाभार्थियों के घर पूरी तरह तथा एक लाभार्थी के घर आंशिक रूप से नुकसान पहुंचने संबंधी जानकारी निवेदन में दी गई थी. जिन लोगों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए थे, उन लाभार्थियों में यादोराव बघा बुराडे, बाबुराव बघा बुराडे, श्रीकृष्ण भीवा धोटे तथा गजेन्द्र मारोती शिवरकर का सामावेश है और अंशत:क्षतिग्रस्त में राहुल तुलाराम रामटेके का समावेश है. 

इस  मामले में सरकार की ओर तत्काल ध्यान देकर आपादग्रस्त परिवारों को बाढ़ का पानी  उतरते ही घर के नुकसान का पुर्नसर्वेक्षण कररे नियमानुसार सरकार की ओर से मदद दी जाए, ऐसी मांग भाजपा तहसील महामंत्री प्रवीण राऊत, डांभेविरली के पूर्व सरपंच दीपक बुराडे के साथ-साथ पीड़ितों ने वहां के तहसीलदार को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से की है.