दूकानदार के अंगूठे से ही मिले राशन, अनाज लाभार्थियों से कोरोना का खतरा

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    भंडारा. जिले में कोरोना के कहर के कारण नागरिक भयभीत हैं. सरकारी अनाज की दूकान से लाभार्थियों के अंगूठे लेने से कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ने की संभावना है. इसी के चलते लाखनी तहसील के राशन दूकानदारों ने मांग की है कि राशन दूकानदारों के अंगूठे से अनाज वितरित किया जाए. तहसील में 108 राशन की दूकानें हैं. प्रत्येक दूकानदार पूरे गांव में अनाज वितरित करते हैं.

    कोरोना के पहले चरण में दूकानदारों के अंगूठे को प्रमाणित करके कार्डधारकों को 3 महीने का राशन दिया गया था, हालांकि इस वर्ष दूसरे चरण में सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है, जिससे दूकानदारों में भय का माहौल है. यह कहना संभव नहीं है कि किसी भी समय कोरोना का शिकार कौन होगा.

    तहसीलों में कोरोना के प्रसार में वृद्धि

    मोहाड़ी, तुमसर, लाखांदूर तहसील में दूकानदारों की मौत कोरोना से हुई है. कई जिले के दूकानदार पाजिटिव आ रहे हैं. लाखनी तहसील में कोरोना के प्रसार में वृद्धि के कारण, यहां के दूकानदार पाजिटिव हो गए हैं. अब सवाल उठने लगा है कि अनाज का वितरण कैसे किया जाए. इस संबंध में जिला स्तर पर प्रशासन से अनुरोध करके, यह मांग की गई है कि राशन दूकानदारों को अपने अंगूठे के साथ खाद्यान्न वितरित करने की अनुमति दी जाए.

    लाखनी तहसील की स्थिति को देखते हुए यहां की स्थिति गंभीर है. इस कारण से दूकानदार एवं उनकी ओर काम करने वाले कर्मचारियों को भी टीका लगाया जाना चाहिए. तहसील राशन दूकानदार एसोसिएशन के अध्यक्ष वाल्मीक लांजेवार एवं अन्य दूकानदारों द्वारा ऐसी मांग की गई है.