अडयाल-चिचाल. पवनी तहसील में रेत तस्करी का कारोबार फलफूल रहा है. बड़े पैमाने पर यहां रेत की तस्करी किये जाने की घटनाएं सामने आ रही है. भोजापुर रेत घाट पर रातभर ट्रैक्टर से सप्लाई किया जाता है. नदी किनारे के पानी के टंकी के पास रेत की डम्पिंग की जा रही है. पिछले सप्ताहभर से रात को इस घाट पर से वाहनों का आवागमन देखा जा रहा है. रात को उत्खनन की गयी रेत प्रात: 3 से 4 बजे के दौरान नागपुर अमरावती वर्धा की ओर ले जाया जाता है.
रात में की जाती है ढुलाई
रेत तस्कर साठगांठ कर रेत का उपसा कर रहे हैं. भोजापुर रेत घाट पर रात भर ट्रैक्टर, टिप्पर का आवागमन बड़ा है. उत्खनन की गई रेत नदी के बाहर पंचनामा किए रेत के ढेर पर डाली जाकर तस्करी की जाती है. अवैधधंधा कई दिनों से शुरू है. नदी से आधी रात को रेत का उपसा किया जाने इसके पीछे साठगांठ होने की चर्चा जोरों पर शुरू है.
आधी रात को टिप्पर से रेत की यातायात करने से नागरिकों में डर का वातारण निर्माण हुआ है. जिससे राजस्व विभाग ने इस ओर ध्यान देना आवश्यक है. जनप्रतिनिधि इस ओर अनदेखी करने से कार्रवाई नहीं की जाती. रातभर रेत का उत्खनन शुरू रहने से प्रात: तक गुड़ेगांव, धानोरी, भोजापुर, खातखेडा सड़क पर टिप्पर दौड़ते रहते हैं. रात के समय गश्त रहने पर भी अवैध रेत की तस्करी होती है, यह समझ से परे हैं.
अधिकारियों की अनदेखी
जिले में पवनी तहसील में रेत की अवैध तस्करी बढ़ने से पवनी का नाम जिले में रोषण हो रहा है. जिले के जनप्रतिनिधि विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने एक आंदोलन को भेंट दी थी. इस दौरान तहसीलदार निलीमा रंगारी को रेत तस्करों पर कार्रवाई करें या कमिश्नर के जांच को तैयार रहने की चेतावनी दी थी.
जिले में रेत तस्करों के टिप्पर से एक महिला की जान भी गई थी. इस क्षेत्र के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने रेत का संग्रहण करनेवाले किसानों पर मामला दर्ज कर रेत जब्त करने का बताया था. इस के बाद कुछ दिन रेत घाट बंद थी.,किंतु कुछ दिनों में जैसे की वैसी स्थिति है.