लाखनी (सं). लाखनी तहसील में पिछले दिनों हुई बरसात के कारण किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. वापसी की बरसात के कारण लाखनी क्षेत्र के 1550 हेक्टर क्षेत्र मे फसल नष्ट हो गई. बताया जा रहा है कि 2093 किसानों की फसल वापसी की वर्षा की भेंट चढ़ गई है.
तहसीलदार मल्लिक विरानी, गटविकास अधिकारी डॉ. शेखर जाधव, तहसील कृषि अधिकारी पी.पी. गिदमारे की समिति ने बताया कि लाखनी तहसील में इस वर्ष खरीफ की फसल में 22, 631 हेक्टर क्षेत्र में धान की फसल लगायी गई है.
वर्तमान हल्के किस्म के धान की कटाई जारी है. मध्यम तथा भारी किस्म के धान तैयार होने की स्थिति में है. वापसी की वर्षा का कहर अगर बरपा नहीं होता तो इस वर्ष किसानों को साधारण किस्म के धान की बर्बादी का सामना नहीं करना पड़ता. विगत दिनों 94.40 मिमी वर्षा दर्ज की गई.
काटकर रखा गया धान भीगने के कारण को किसानों को भारी दु:ख हुआ है. अधिकारियों ने जब नुकसान की जांच की तो 1550 मिमी हेक्टर में लगी फसल नष्ट होने का अनुमान व्यक्त किया गया. 751.20 हेक्टर क्षेत्र में 33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान होने की बात कही जा रही है. 798.80 हेकटर क्षेत्र में 33 प्रतिशत से कम नुकसान होने की जानकारी मिली है. नुकसानग्रस्त किसानों की संख्या 2093 है. त्रिसदस्यीय समिति ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजा दी है, ऐसी जानकारी तहसील कृषि अधिकारी गिदमारे ने दी है.