NMC बिल को आइएमए का विरोध, निजी अस्पताल बंद

खामगांव. संसद में हाल ही में नेशनल मेडिकल कौन्सिल यह नये नॉन मेडिकल कमेटी को मान्यता देने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है. सरकार डाक्टरों की एमसीआइ यह सरकारमान्य कमेटी रद करने की सोच में है. जिसका

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खामगांव. संसद में हाल ही में नेशनल मेडिकल कौन्सिल यह नये नॉन मेडिकल कमेटी को मान्यता देने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है. सरकार डाक्टरों की एमसीआइ यह सरकारमान्य कमेटी रद करने की सोच में है. जिसका विरोध जताते हुए 3१ जुलाई को आईएमए ने शहर के सभी निजी अस्पताल बंद रखे थे. इस वक्त आइएमए पदाधिकारियों ने एसडीएम को मांगों का निवेदन सौंपा है.

निवेदन में कहा है कि, वैद्यकीय व्यवसाय का नियम तय करने वाली मेडीकल कौन्सिल यह डाक्टरों की कमेटी रद कर संसद में मंजूर किया गयी एनएमसी कमेटी का प्रस्ताव वैद्यकीय क्षेत्र के लिए खतरे से खाली नहीं है. इस कमेटी में नॉन मेडिकल पदाधिकारी और सदस्यों की नियुक्ती की जायेगी. यह कमेटी कुछ भी सोचे समझे देश में करीबन साढ़े तीन लाख एलोपैथी प्रैक्टिस करने वाले व १२ वी उत्तीर्ण नॉन मेडिकल छात्रों को अस्पताल खोलकर प्रैक्टिस करने की अनुमति देने के प्रयास में है. इस वजह से वैद्यकीय क्षेत्र का बड़ा नुकसान होगा. इसलिए सरकार इस कमेटी में डाक्टरों का समावेश करे ऐसी मांग आइएमए की ओर से निवेदन में की गई है. निवेदन देते समय आइएमए अध्यक्ष डा. निलेश टापरे, डा. थेटे, डा. राजपूत, डा. बावस्कार, डा. शंखपाल, डा. गोयनका, डा. सोनटक्के आदी पदाधिकारी उपस्थित थे.