share market
File Photo

Loading

मुंबई: वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में पिछले पांच कारोबारी दिवस से तेजी पर बुधवार को विराम लग गया।कारोबार के अंतिम समय में निवेशकों की मुनाफावसूली से बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गयी। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला लेकिन बाद में यह बिकवाली दबाव में आ गया। अंत में यह 345.51 अंक यानी 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36,329.01 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 93.90 अंक यानी 0.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,705.75 अंक पर बंद हुआ।

कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से भी बाजार धारणा पर असर पड़ा। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में बजाज फाइनेंस रही। इस के शेयर में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी। इसके अलावा एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, मारुति और इन्फोसिस में भी गिरावट दर्ज की गयी। दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, एसबीआई, एचयूएल, टाटा स्टील और आईटीसी के शेयर लाभ में रहे। कारोबारियों के अनुसार वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।

दुनिया भर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए निवेशक आर्थिक पुनरूद्धार को लेकर चिंतित हैं। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमित मामलो की संख्या 1.17 करोड़ पहुंच गयी है जबकि 5.43 लाख लोगों की मौत हुई है। भारत में कोविड-19 संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 7.42 लाख पहुंच गयी है जबकि 20,642 लोगों की मौत हुई है।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और आर्थिक पुनरूद्धार के लेकर अनिश्चितता के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। बाजार में आगे भी उतार-चढ़ाव बने रहने की आशंका है और निवेशकों को शेयर विशेष के हिसाब से विचार बनाने चाहिए।” दुनिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई और हांगकांग लाभ में बंद हुए जबकि जापान में तोक्यो और दक्षिण कोरिया का सोल बाजार नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में गिरावट रही।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 0.16 प्रतिशत घटकर 43.01 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे टूटकर 75.02 पर आ गया।(एजेंसी)