LIC
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    नई दिल्ली. सुबह की एक बड़ी खबर के अनुसार LIC को सेबी से IPO के लिए जरुरी मंजूरी मिल गई है। वहीं केंद्र सरकार LIC में अपनी 5% हिस्सेदारी बेचेगी। इस प्रकार सरकार इस सबसे बड़े  IPO से 63 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। LIC की तरफ से सेबी में दी गई अर्जी में यह भी कहा गया है कि सरकार कंपनी के 31 करोड़ शेयर बेचेगी। 

    वहीं इस IPO में पॉलिसी होल्डर्स के लिए 10% हिस्सा रिजर्व होगा। सरकार की LIC में 100% हिस्सेदारी या 632.49 करोड़ शेयर हैं। ये देश के इतिहास का सबसे बड़ा IPO होगा। इससे पहले Paytm ने साल 2021 में 18300 करोड़ का सबसे बड़ा IPO लेकर आई थी। वहीं दूसरे नंबर पर कोल इंडिया का 2010 में आया हुआ IPO था। उस समय कंपनी ने उस समय करीब 15500 करोड़ रुपए जुटाए थे। तीसरे नंबर पर 2008 में रिलायंस पावर का 11700 करोड़ रुपए का IPO था।

    गौरतलब LIC ने बीते 13 फरवरी, 2022 को SEBI के पास अपने डीआरएचपी के लिए आवेदन किया था। वहीं ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, कंपनी ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के माध्यम से 31 करोड़ से अधिक शेयर बेचेगी। इसके साथ ही केंद्र सरकार कंपनी में अपनी 5% हिस्सेदारी जनता को बेचेगी। खुदरा निवेशक कुल शेयरों के 35% के लिए आवेदन कर सकते हैं। दूसरी ओर, योग्य संस्थागत खरीदार (QIB)शेष में से 50% हिस्से के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस प्रकार देखा जाए तो अब LIC आने वाले समय में अपने कारोबार को नॉन-पार्टिसिपेटिंग पॉलिसी की दिशा में मोड़कर निजी बीमा कंपनियों को एक बड़ी और तगड़ी चुनौती दे सकती है।