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दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) में आर्थिक संकट (Inflation) इस तरह बढ़ रहा है कि पाकिस्तान में ईंधन (Fuel Price) की कीमतें आसमान छू गई हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है। नतीजतन पहले से ही आसमान छू रही महंगाई और बढ़ गई है। वहीं, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (Stat Bank of Pakistan) ने ब्याज दरें और बढ़ा दी हैं। अब पाकिस्तान की सरकार ने आम जनता से लेकर पूरे देश में टैक्स (Tax) बढ़ा दिया है, वही अब पाकिस्तान की सेना में कार्यरत जवान (Armed Forces) भी इससे अछूते नहीं है। मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में सेना के मेस (Mess) में भोजन की कमी की सूचना मिली है।

 फील्ड कमांडरों ने मास्टर जनरल को लिखा पत्र 

देश के स्पेशल फण्ड (Special Fund) में कटौती के कारण बढ़ती महंगाई (Inflation) के बीच सेना सैनिकों (Pakistani Army) को दो बार ठीक से खिलाने में सक्षम नहीं है। फील्ड कमांडरों ने भोजन (Food) की कमी को उजागर करते हुए क्वार्टर मास्टर जनरल के कार्यालय को पत्र लिखा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सैन्य अधिकारियों ने लॉजिस्टिक स्टाफ के प्रमुख और सैन्य संचालन महानिदेशक (Director General Of Military Operations) के साथ खाद्य आपूर्ति और खाने की मुद्दों पर चर्चा की है। इस मुद्दे को सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Army Chief General Asim Munir) के सामने भी उठाया गया है। रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि हमने पहले ही सैनिकों के फ़ूड फंड में कटौती कर दी है, जिसे 2014 में ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब के दौरान जनरल राहील शरीफ ने दोगुना कर दिया था।

ISIऔर IB को दिए जाने वाले सीक्रेट फंड को भी किया सीमित

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकारी कर्मचारियों के पगार में कटौती, विदेशी मिशनों की संख्या को कम करने और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) को दिए जाने वाले गुप्त निधि (Secret Fund) को सीमित करने सहित कई उपायों की योजना बना रहा है। यह कहते हुए कि उपायों का सरकार के कामकाज पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में कीमतों में वृद्धि हुई है और आधिकारिक आंकड़ों ने दिखाया कि इन्फ्लेशन पांच महीनों में पहली बार 40% से अधिक हो गई। पाकिस्तान ब्यूरो (PBS) के आंकड़ों से पता चलता है कि सप्ताह-दर-सप्ताह इन्फ्लेशन में मामूली कमी के बावजूद आवश्यक वस्तुएं महंगी रहेंगी।