File Photo
File Photo

    Loading

    नई दिल्ली: यूरोपीय देश फ्रांस भारतीय कंपनियों और विशेष रूप से स्टार्टअप को निवेश लिए लुभा रहा है। ईवाई के सर्वेक्षण में यूरोप में सबसे आकर्षक निवेश स्थल के रूप में लगातार तीसरे वर्ष शीर्ष स्थान पर रहने के बाद वह निवेशकों को आकर्षित करने में जुटा है। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों उद्योगों के समर्थन वाली सरकार का नेतृत्व करते हैं। उन्होंने इसके लिए श्रम नियमों में सुधार के साथ कॉरपोरेट कर को कम किया है। 

    उन्होंने कहा कि फ्रांस बैटरी और इलेक्ट्रिक वाहनों का केंद्र बनता जा रहा है, जो भारत के लिए भी रूचि का क्षेत्र है। भारतीय कंपनियों के लिए ब्रिटेन और जर्मनी के बाद निवेश करने के लिए फ्रांस यूरोप में तीसरा सबसे पसंदीदा देश है।

    राजदूत ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘फ्रांस का सबसे मजबूत पक्ष अफ्रीका और पश्चिमी एशिया तक पहुंच में सक्षम होना है। हमें लगता है कि यह अब निवेश करने के लिए एक अच्छी जगह है।”

    फ्रांस में 210 भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं। वाहन विनिर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा से लेकर सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो और कृषि कंपनी यूपीएल ने फ्रांस में अपने कारोबार स्थापित किये हैं। टीसीएस ने भी पिछले साल नवंबर में फ्रांस के पोइटियर्स में एक नया सेवा केंद्र की घोषणा की थी। लेनैन ने कहा, ‘‘भारतीय निवेशक फ्रांस सरकार की योजना 2030 के तहत विभिन्न प्रोत्साहनों से लाभान्वित होने के लिए ‘ब्रेक्जिट’ के बाद यूरोप में अपने मुख्यालय के रूप में फ्रांस को चुन रहे हैं।” (एजेंसी)