
नई दिल्ली/मुंबई. दोपहर की बड़ी खबर के अनुसार, फेडरल रिजर्व की तरफ से की गयी ब्याज दर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी और मंदी की आशंका के बीच आज यानी गुरुवार को शेयर बाजार गिरकर (Share Market Crashes) 52 हफ्ते के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। वहीँ आज कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 1045.60 अंक टूटकर 51,495.79 पर बंद हुआ। वहीं, 331.55 प्वाइंट टूटकर 15,360.60 अंक के स्तर पर आ गया है।
गौरतलब है कि, आज सुबह रुपए, शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 15 पैसे की मजबूती के साथ 78.07 पर पहुंच गया था । वहीँ अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति से निपटने के लिए ब्याज दरों में 0.75 फीसदी (75 आधार अंक) की वृद्धि की तथा इस दिशा में और कदम उठाने के संकेत दिए जिससे रुपये को मजबूती मिली थी।
वहीँ विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा था कि घरेलू शेयर बाजार में बढ़त और विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने से रुपये को बल मिला है। हालांकि विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के कारण रुपये की बढ़त सीमित रही। लेकिन अब फेडरल रिजर्व की तरफ से की गयी ब्याज दर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी और मंदी की आशंका के चलते शाम तक शेयर बाजार गिरकर 52 हफ्ते के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।