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राजुरा. मध्यचांदा वनक्षेत्र राजुरा एंव विरूर वनपरिक्षेत्र में नरभक्षी बाघ ने आतंक मचा रखा है और अब तक बाघ ने 10 लोगों को अपना शिकार बनाया है। नरभक्षी बाघ के मुंह को इंसानी खून लग गया है। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्र में नागरिकों में भय का वातावरण है। इसलिए नरभक्षी बाघ कातुरंत बंदोबस्त करने की मांग शिवसेना ने  राजुरा वन परिक्षेत्राधिकारी विदेशकुमार गलगट को सौंपे निवेदन में की है।

निवेदन में कहा गया कि अब तक नरभक्षी बाघ ने 10 लोगों को दर्जनों मवेशियों को अपना शिकार बनाया है। इसकी वजह से इन दिनों खेतों में जाने वालों में दहशत फैली है। रात के समय पर खेतों के फसलों की रखवाली करने जाने से मजदूर कतरा रहे है ऐसे में किसानों को जान हथेली पर लेकर अपनी फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है। इसलिए तुरंत बाघ के बंदोबस्त की अपील की है।

निवेदन सौंपने वालों में शिवसेना जिला प्रमुख संदीप गि-हे, उप जिलाप्रमुख धनंजय छाजेड, पूर्व उप जिल्हाप्रमुख बबन ऊरकुडे, नगरसेवक राजु डोहे, युवा सेना उप जिलाप्रमुख प्रणित अहिरकर, विधानसभा संगठक नरसिंग मादर, अक्षय गोरे, निलेश गम्पावार, ऊमेश गोरे, रमेश झाडे, बंटी मालेकर, आसिफ शेख, स्वप्नील मोहुर्ले, मोनु सुर्यवंशी, समीर शेख, आकाश बकाने, वासुदेव चापले, सरपंच रमेश पेटकर, वसिम अन्सारी, नबी पठान, मंगेश दुर्गे, बालू कुईटे, ऊमेश गोरे, पूर्व जि. प.सभापती सरीता कुडे, वर्षा पंदिलवार, दिपाली बकाने, कलावती ईदुरवार, सुनिता जगदाले, पार्वती तलांडे, शकुंतला क्षीरसागर, आशा ऊरकुडे समेत अनेक शिवसैनिक व महिला कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।