- पत्रपरिषद में सागर मंदरे की जानकारी
भद्रावती. लाकडाऊन के समय काम पर अनुपस्थित रहनेवाले यंत्र चालक को नोकरी से निकालने से कामगार पर भुकमरी की नौबत आयी है. इस संदर्भ में यंत्रचालक ने काम पर लेने की गुहार लगाई अन्यथा कंपनी समक्ष आत्महत्या करने का इशारा एमआयडीसी सबस्टेशन के विकलांग यंत्रचालक सागर मंदरे ने पत्रपरिषद में दिया है.
पत्रपरिषद में मंदरे ने बताया, पिछले 3 वर्ष से एमआयडीसी सबस्टेशन में यंत्रचालक पद पर कार्यरत था. डी.आर. इंजिनिअरिंग कंपनी की ओर से नियुक्ति ठेका तौर पर की गयी थी. देश में लाकडाऊन के पहले गावं गया था. 24 मार्च को ड्युटी थी. परंतु लाकडाऊन से सभी बसेस बंद होने के कारण भद्रावती में आने हेतु वाहन नही थी. इस संदर्भ में वरोरा के उपविभागीय अधिकारी सुभाष शिंदे को जानकारी देने पर गांव में रूकने तथा वेतन दिए जाने की बात कही थी. उपविभागीय अधिकारी ने उस तरह कंपनी को पत्र भी भेजा. परंतु कंपनी ने मंदरे को एक पत्र भेजकर कर्तव्य पर उपस्थित नही रहने पर नोकरी से निकालने की सुचना की.
कंपनी प्रबंधन की सुचना पर नोकरी पर उपस्थित रहने के बावजुद कंपनी ने नोकरी से निकालने तथा डेढ महिने का वेतन नही देने की जानकारी मंदरें ने पत्रपरिषद में दी. जिससे परिवार पर भुकमरी की नौबत आयी है. बिजली कंपनी के अभीयंता तथा एक कर्मचारी ने परिवार समेत जान से मारने की धमकी दिए जाने पर भद्रावती पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की. स्वयं पर अन्याय करनेवाले बिजली कंपनी के अभीयंता तथा संबंधित अन्य कर्मीयों पर निलम्बन कार्रवाई करते हुए डेढ महिने वेतन दिए जाने की मांग मंदरे ने पत्रपरिषद में की है. इस समय सागर मंदरे की पत्नी रेखा मंदरे पत्रपरिषद में उपस्थित थी.
इस संदर्भ में बिजली वितरण कंपनी के सहा. अभीयंता बदखल से पुछतांछ करने पर मंदरे द्वारा लगाए गए आरोपी बेबुनीयाद व झुठे है. उनका मामला बिजली वितरण कंपनी से संबंधित नही है. आऊट सोर्सिंग कंपनी से संबंधित है. इसके पहले मंदरे से कभी मुलाकात नही होने की जानकारी दी.