Eid will be celebrated in the district with simplicity

मार्च माह से शुरु वैश्विक महामार कोरोना के चलते इस वर्ष सभी त्योहार सादगी से मनाये गये।

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  • मस्जिद और घरों में होगे कार्यक्रम

चंद्रपुर. मार्च माह से शुरु वैश्विक महामार कोरोना के चलते इस वर्ष सभी त्योहार सादगी से मनाये गये। जैसे की महाराष्ट्र के सर्वाधिक लोकप्रिय गणेशोत्सव, दुर्गोत्सव और अन्य त्योहारों के बाद अब 30 अक्टूबर को देश समेत जिले में सादगी से ईद ए मुलादुन्नबी का र्व मनाया जाएगा।

 ईद के मौके पर प्रतिवर्ष मरकजी सिरत कमेटी के बैनर तले चंद्रपुर शहर में विशाल जुलूस निकाला जाता था। परंतु इस बार प्रशासन के अनुमति नहीं दिए जाने से जुलूस का आयोजन रद्द कर दिया गया है। सभी मस्जिदों के उलेमाओं ने अपने अपने क्षेत्र के मुस्लिम अनुयायियों को घरों में ही फातिहाखानी, दरूदखानी, नातखानी आदि कार्यक्रम लेकर अपने आका की आमद का जश्न मनाने की अपील की है।

उल्लेखनीय है कि इस्लाम के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाईश के दिन मुस्लिम अनुयायियों की ओर से जश्ने ईद मिलादुनबी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जहां एक ओर शहरों में विशाल जुलूस निकलते है जिसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम अनुयायी शामिल होते है। 

इस बार मस्जिदों में सीमित संख्या में एकत्रित लोगों द्वारा सोशल डिस्टसिंग का ध्यान रखते हुए परचम कुशाई, फातिहाखानी और लंगर का आयोजन होगा। वहीं सभी अनुयायियों को सलाह दी गई है कि वें अपने घरों को विशेष रूप से रोशनी से सजाये और घरों में ही फातिहाखानी, नातखानी की महफिलें लेकर ईद सादगी के साथ मनाये।

खीरपूरी बनाकर बांटी जाती है खुशियां

इस ईद के मौके पर खीर पूरी बनाकर परिवार समेत खाया जाता है और आसपास के सभी लोगों में बांटा जाता है। खीर बनाने में पारंपारिक मेवों का इस्तेमाल किया जाता है।

हर इंसान की जीवनरक्षा जरूरी: मौ.तहसीन रजा

तुकूम स्थित मदीना मस्जिद के पेशइमाम मौ.तहसीन रजा ने सभी मुस्लिम अनुयायियों को संदेश दिया है कि वें कोरोना बीमारी को गंभीरता से ले और जहां तक हो सके भीड़ से बचे. इस्लाम हर इंसान के जीवन की रक्षा का संदेश देता है, इसलिए इस बीमारी को देखते हुए अपने हिन्दुस्थान के हर नागरिक के जीवन की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। इस कर्तव्य को निभाकर सभी आदर्श उदाहरण बने।