उत्कृष्ट जिलाधिकारी का तबादला करना दुर्भाग्यपूर्ण – पुगलिया

  • मुख्यमंत्री से तबादला निर्णय रद्द करने की मांग

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चंद्रपुर. जिले में कोरोना स्थिति को नियंत्रित करने में उत्कृष्ट प्रशासकीय सेवा का उदाहरण देनेवाले जिलाधिकारी डा. कुणाल खेमनार के तबादले को पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पुगलिया ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री से जिलाधिकारी डा. खेमनार के तबादले को निरस्त करने की मांग की है.

पुगलिया कहना है कि डा. खेमनार के कुशल प्रशासनिक अनुभव के कारण ही जिले में कोरोना जैसी महामारी काफी हद तक नियंत्रण में है. और लगभग डेढ लाख लोगों के बाहर से आने के बाद भी कोरोना पर अंकुश लगाने में यहां की स्वास्थ्य एवं प्रशासन यंत्रणा सफल हुई है. औद्योगिक जिला होने से 90 प्रश उद्योगों को पूर्ववत शुरू करने में सफलता मिली है. औद्योगिक उत्पादन एवं कामगारों को रोजगार के बातों का समन्वय, शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय में आयसीयू, ऑक्सीजेनयुक्त बेड की बड़े पैमाने पर उपब्धता, माईनिंग रॉयल्टी के माध्यम से कोविड 19 से संबंधित प्रयोगशाला की स्थापना कर 33 हजार लोगों की टेस्टिंग और 32417 लोगों की रिपेार्ट ,साढे पांच सौ से अधिक कोरोना मुक्त होना डा. खेमनार के कुशल नेतृत्व में संभव हुआ है. 

पुगलिया का कहना है कि केवल राजनीतिक स्वार्थ के चलते जिलाधिकारी के तबादले का षडयंत्र रचा गया है.कोरोना जैसी महामारी के बीच यह स्वार्थी राजनीतिक जनता के जीवन से खेलने का पाप कर रहे है.  इसी तरह जिले में वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति करते हुए कोल माफिया, लिकर माफिया, रेती माफिया, भू माफिया इनसे होनेवोल गैंगवार औ इनको मिल रहे राजनीति आश्रय को आदि को गंभीरता से देखे जाने की आवश्यकता है.