अब कोरोना बाधित मरीज का निजी अस्पताल में उपचार होने के पश्चात बिल मनपा प्रशासन द्वारा नियुक्त आडिटर से प्रमाणित करने के बाद ही अंतिम बिल पास होगा।
- निजी अस्पताल के मनमानी बिलों पर लगेगा अंकुश
- 17 टीम गठित
चंद्रपुर. वैश्विक महामारी कोरोना ने दहशत मचा रखी है। चंद्रपुर जिला तथा शहर में कोरेाना बाधितों की संख्या में तेजी से हो रही वृध्दि को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर के कुछ निजी अस्पतालों को कोरोना बाधित मरीजों के उपचार करने तथा कोविड सेंटर के तौर पर अनुमति दी। परंतु निजी अस्पताल के डाक्टर्स सरकार द्वारा निर्धारित बिलों से अधिक की मांग मरीज के परिजनों से कर रहे है इसकी शिकायत जिला प्रशासन तथा मनपा प्रशासन को प्राप्त होने पर मनपा प्रशासन ने निजी अस्पतालों के बिलों का आडिट करने हेतु महाराष्ट्र वित्त व लेखा सेवा के अधिकारियों का चयन किया है। इसके लिए कुल 17 टीम गठित की गई है।
अब कोरोना बाधित मरीज का निजी अस्पताल में उपचार होने के पश्चात बिल मनपा प्रशासन द्वारा नियुक्त आडिटर से प्रमाणित करने के बाद ही अंतिम बिल पास होगा। प्रशासनकीय आदेश पर अमल करना सभी निजी अस्पताल को बंधनकारक है। संबंधित अस्पताल ने प्रशासन के नियमों का उल्लंघन करने पर उचित नियम व कानून के तहत कार्रवाई की चेतावनी महापौर कंचर्लावार व आयुक्त मोहिते ने दी है।
शासन द्वारा निर्धारित बिल की राशि अस्पताल मरीजों के रिश्तेदार से लेनी चाहिए। किंतु निजी अस्पताल में सरकार द्वारा निर्धारित दर से बिल ले रहे है अथवा नहीं इसकी पुष्टि करना आवश्यक है। इसलिए मनपा के मुख्य लेखा परीक्षक, विभाग के प्रत्येकी 2 अधिकारी वालों की 17 टीम गठित की गई हे। निर्धारित बिलों से अधिक राशि वसूल करने वाले निजी हास्पिटलों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।