12 घंटे के पश्चात बाघिन पिंजरे में हुई कैद

  • नविभाग कर्मीयों को करनी पडी काफी मशक्कत

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सिंदेवाही. सिंदेवाही के लोनवाही नागरी बस्ती में स्थित सहकारी राईसमील परिसर में मंगलवार की सुबह घुसी एक मादा बाघिन ने वहां के वाहन चालक गजानन ठाकरे को गंभीर जखमी किया था. परिसर में बाघिन की मौजुदगी से नागरिकों में दहशत फैल गयी थी. जानकारी मिलने के पश्चात घटनास्थल पहुची वनविभाग टिम ने 12 घंटों के काफी मशक्कत के बाद झाडीयों में झुपी बाघिन को ट्रैग्युलाईज कर शाम 7 बजे पिंजरे में बाघिन को कैद करने में सफलता मिली. संबंधित बाघिन ढाई से 3 वर्ष की है. 

मंगलवार की सुबह से ही परिसर के नागरिक घर के छत्तों पर चढकर बाघ को देखने की कोशिश कर रहे थे. दौरान किसी भी तरह का अनुचित प्रकार ना हो इसलिए पुलिस ने तगडा बंदोबस्त लगाया था. सर्वप्रथम बाघ परिसर से बाहर ना जाए इसहेतु परिसर को ग्रिननेट की बाड बनाई गयी थी. तत्पश्चात चंद्रपुर के शार्पशुटर ठाकरे को बुलाया गया. साथ ही पशु वैद्यकीय अधिकारी डा. खोब्रागडे को बुलाया गया था. तत्पश्चात बाघिन को पकडने का रेस्क्यु आपरेशन चलाया गया. आखिरकार 12 घंटे के मशक्कत के पश्चात शार्पशुटर ने झाडियों में छिपे बाघिन को ट्रैग्युलाईज इंजेक्टशन के जरिए बाघिण को बेहोश किया व उसे पिंजरे में कैद किया गया. बाघिन को पिंजरे में कैद करने के पश्चात परिसर के नागरिकों ने राहत की सांस ली.

बाघिन ने सहकारी राईस मील में वाहन चालक पर हमला करने की जानकारी मिलते ही लोनवाही व सींदेवाही के नागरिकों ने भीड इकठ्ठा की थी. बाघिन के पिंजरे में कैद होने तक लोगों की भीड जुटी रही थी. घरों के छतों पर लोगों की भीड दिखाई दे रही थी.  

कार्यवाही में ब्रम्हपुरी वनविभाग अधिकारी सहाय्यक वनसंरक्षक रामेश्वरी भोंगाडे, सींदेवाही वनपरिक्षेत्र अधिकारी आर एस गोंड, क्षेत्र सहाय्यक आर एम करंडे, नागभीड वनपरिक्षेत्र अधिकारी गायकवाड, सींदेवाही वनपरिक्षेत्र कर्मचारी व आरआरटी_टीएटीआर के अमोल ताजने, राहुल धनविजय, सींदेवाही पुलिस निरिक्षक रामटेके व उनकी टिम घटनास्थल पहुची थी. बुधवार की सुबह बाघिन को जंगल में मुक्त करने का निर्णय लिया गया.