बीजापुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 22 जवानों के मारे जाने की घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को बीजापुर के सीआरपीएफ कैंप (CRPF Camp) में सीआरपीएफ CRPF के जवानों के साथ मुलाकात की। वहीं नक्सली हमले में घायल जवानों का हालचाल जाना और जल्दी स्वस्थ होने के लिए प्रेरित किया।
मालूम हो कि सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा शनिवार को घात लगाकर किए गए हमले में 22 जवान शहीद हो गए हैं। जबकि 31 अन्य घायल हुए हैं।
नक्सली हमले के बाद अमित शाह आज रायपुर के अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने बीजापुर नक्सली हमले में घायल जवानों का हालचाल जाना। साथ ही उनके जल्द ठीक होने की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद थे।
Raipur: Union Home Minister Amit Shah and CM Bhupesh Baghel meet the security personnel injured in the Bijapur Naxal attack in Chhattisgarh pic.twitter.com/vrlc23nQLT
— ANI (@ANI) April 5, 2021
घायल सैनिकों का हालचाल जानने के बाद शाह ने बीजापुर CRPF कैंप का दौरा किया। यहां उन्होंने जवानों के साथ बैठकर भोजन का आस्वाद लिया।
शाह ने CRPF कैंप में जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “नक्सली हमले में मारे गए जवानों को मैं प्रधानमंत्री, मेरी ओर से और देश की जनता की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि देता हूं। उनके बलिदान को देश भुला नहीं सकता। उनके परिवारों के प्रति देश की सहानूभूति है।”
शाह ने जवानों को सांत्वना देते हुए कहा, “आप ने अपने कुछ साथी ज़रूर गवाएं हैं। आपके साथियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। जिस उद्देश्य के लिए उन्होंने बलिदान दिया है, निश्चित रूप से वह उद्देश्य पूरा होगा और जीत हमारी होगी।”
Chhattisgarh: Union Home Minister Amit Shah had a meal with CRPF jawans at the CRPF camp in Bijapur, earlier today. pic.twitter.com/FJFrfV4jku
— ANI (@ANI) April 5, 2021
गृह मंत्री ने आगे जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “यह लड़ाई है और इस लड़ाई को हमें अंजाम तक पहुंचाना है। जो हथियार डालकर आना चाहते हैं उनका स्वागत है। लेकिन हाथ में अगर हथियार है तो हमारे पास भी कोई रास्ता नहीं है। कमियों को सुधारने के लिए तुरंत कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि नक्सली हमले में CRPF के कोबरा बटालियन के 7 जवान, CRPF के बस्तरिया बटालियन का 1 जवान, DRG के 8 जवान और STF के 6 जवान शहीद हुए हैं। वहीं एक जवान अभी भी लापता है। सुरक्षाबलों की कई इकाइयां जंगलों में हैं और लापता जवान की तलाश कर रहीं हैं।