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नई दिल्ली: देश में अभी तक तक फिक्सिंग सिर्फ खेल और राजनीति में सुनाई देता था. लेकिन इस बार फिक्सिंग का मामला ऐसे क्षेत्र में सामने आया है. जिससे बीयर पिने वालों लोगों को बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) ने अपनी एक रिपोर्ट साझा की है, जिसके अनुसार दुनिया की तीन बड़ी बियर कंपनिया कल्सबर्ग(Carlsberg), सबमिलर (SABMiller) और यूनाइटेड ब्रेवरिस (United Breweries) फिक्सिंग कर पिछले 11 साल से भारत के लोगों को धोखा दे रहे थे और बियर के मनमाना दाम वसूल कर रहे थे.

समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक बियर का कारोबार करने वाली तीनों बड़े कंपनियों के बड़े अधिकारीयों ने एक दुसरे को कारोबार की गोपनीय जानकारी साझा की है. इसी के साथ मिलकर मनमाने ढंग से 11 साल तक बीयर की कीमतों को तय करते रहे और देश के लोगों को लुटते रहे.

2007-2018 तक की गोलबंदी 

सीसीआई की 248 पन्नो की जारी के अनुसार तीनों कंपनियों ने 2007-2018 तक मिलकर यह घोटाला किया. इस रिपोर्ट में यह कहा गया कि कंपनियों और उनके अधिकारियों ने सरकारी मशीनरी का उपयोग करते हुए और प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन किया. रिपोर्ट में कहा गया की सब जानते हुए भी यह कार्य किया गया. 

व्हट्सएप और ईमेल के जरिये बनाया प्लान 

रिपोर्ट में कहा गया कि अधिकारियों ने व्हट्सएप और ईमेल के जरिये बातचीत की और आपसी तालमेल बनाया. इस घोटाले को अंजाम दिया. सीसीआई ने यह भी कहा की इन कंपनियों ने ऑल इंडिया ब्रेवर्स एसोसिएशन (AIBA) का उपयोग कर कई राज्यों में बीयर के दाम बढ़ाये. इसी के साथ एआईबीए ने तीनों के लिए लोबिंग भी की. 

लग सकता है जुर्माना 

2018 में एक शिकायत पर सीसीआई ने तीनों कंपनियों पर छापा मारा था. जांच में पाया तीनों के ऊपर सवाल उठाया गया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस रिपोर्ट पर आयोग के बड़े अधिकारी फैलसा लेंगे. साझा सहयोग से प्रतिस्पर्धा कानून के उल्लंघन करने को लेकर इन पर 25 करोड़ डॉलर से ज्यादा का जुर्माना लगाया जा सकता है.