Learn from Jahnvi Arora and Meghan Joshi how to avoid boredom in lockdown

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नागपुर. लॉकडाउन की अवधी तो बढ़ती ही जा रही हैं और ना जाने कब तक बढ़ेगी। इसी के साथ साथ घर में बैठे-बैठे हम भी बोर हुए जा रहे हैं। आपकी इसी बोरियत को दूर करने के लिए नवभारत-नवराष्ट्र: LOCKDOWN VIBES कार्यक्रम के मंच से आज मराठी प्लेबैक सिंगर जाह्नवी प्रभु अरोड़ा और अदाकारा एवं वॉइस ओवर आर्टिस्ट मेघना एरंडे जोशी ने आपका मनोरंजन कर श्रोताओं की लगभग सभी फरमाइशें पूरी की। कार्यक्रम की शुरुआत में पहले मेघना ने जाह्नवी का परिचय दिया और इसी तरह  जाह्नवी ने भी मेघना के बारे में कई बाते बताई। इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ और फिर दोनों ने ही श्रोताओं के अनुरोध को पूरा करने की कोशिश की। 

मेघना एरंडे जोशी जो एक बहुत मशहूर वॉइस ओवर आर्टिस्ट है उन्होंने कई सारे कार्टून करैक्टर की आवाज़े निकाल कर बताई। जिसमे बॉब द बिल्डर की डेज़ी, डोरेमोन, नोबिता, निंजा हथौड़ी, शिन चैन और हैरी पॉटर की मायूस मीना सहित डिस्कवरी चैनल और  पुणे रेलवे स्टेशन के लिए इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस (आईवीआर) प्रणाली की आवाज़े थी। 

मेघना ने निंजा हथौड़ी और नौडी की आवाज़ के माध्यम से लोगों को घरों में रहने मास्क पहनने और अपना ध्यान रखने की भी अपील की। मेघना ने यह भी बताया की किस तरह स्टूडियो में वहा मज़े से काम करती है और उसमे कितनी मेहनत लगती हैं। साथ ही उन्होंने श्रोताओं का मन बहलाने ले लिए 5 आवाजों में उन्हें कोरोना से बचने और सावधान रहने की सलाह दी जो पुर्णतः मनोरंजन से भरपूर था और लोगों ने बहुत पसंद भी किया।

वही इस लाइव सेशन के दौरान जाह्नवी को भी कई लोगों से अलग अलग गीतों की रिक्वेस्ट आई। जाह्नवी भी अपने फैंस की फरमाइश पूरी करने में पीछे नहीं हटी, उन्होंने अपने सभी श्रोताओं का दिल रखते हुए उन्हें कई गाने गाकर सुनाएं। जाह्नवी ने इस लाइव सेशन की शुरुआत मराठी का शो उंच माझा झोका के टाइटल ट्रैक गाने से की साथ ही बताया कि उंच माझा झोका यह शो रमाबाई रानडे की जिंदगी पर आधरित था।

इसके बाद जाह्नवी ने बॉलीवुड के दो दिग्गज कलाकर जिनका हाल ही में निधन हुआ है  एक्टर इरफ़ान खान और ऋषि कपूर को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी फिल्मों के कुछ गाने सुनाएं। उन्होंने इरफ़ान खान की फिल्म ‘पीकू’ का गाना ‘हम चले बहार में’ वही ऋषि कपूर की फिल्म के ‘मैं शायर तो नहीं’, ‘देखों वक्त तो आता दोबारा नही, फिर यह न कहना किसी ने पुकारा नहीं’, ‘सागर जैसी आँखों वाली ये तो बता तेरा नाम है क्या’,’एक में और एक तू’,’दर्द-ए-दिल,दर्द-ए-जिगर दिल में जगाया आपने’, ‘तू तू है वही दिल ने जिसे अपना कहा’ जैसे सुपरहिट गाने श्रोताओं के लिए गाए और दोनों ही अभिनाताओ को याद किया।

साथ ही जाह्नवी ने स्टूडियो में गाना रिकॉर्ड करना और लाइव गाने में फर्क बताते हुए उदाहरण दिया  कि जिस तरह कॅश पेमेंट करते हुए पैसे तुरंत मिलते है उसकी तरह लाइव परफॉरमेंस में तुरंत वाहवाही मिल जाती है। इसी तरह जब क्रेडिट कार्ड से पेमेंट होता है तो पैसे बैंक में जमा होता तो हमे उनका वेट करना होता है कुछ वैसे ही स्टूडियो में रिकॉर्ड हुए गानों के रिएक्शन के लिए भी इंतज़ार करना पड़ता हैं। 

जाह्नवी ने बताया कि आशा भोसले और लता मंगेशकर को अपना आदर्श और गुरु मानते हुए बड़ी हुई है। सिंगापुर में हुए एक अवॉर्ड फंक्शन का किस्सा बताते हुए जाह्नवी ने कहा कि वह पहली बार आशा भोसले से मिली और उन्होंने घबराते हुए ‘मन क्यों बहका रे बहका गाना’ गाया। लाइव सेशन में जाह्नवी ने अपने फैंस के कहने पर  ‘सावर रे मना, मन हे पाखरू, तुही माझा मितवा, राधा बावरी, माला वेड लागले प्रेमाचे, फुलले रे क्षण माझे, जैसे गाने गाकर सुनाएं।  

सेशन के अंत में जाह्नवी ने “आपके कमरे में कोई रहता है, पिया तू अब तो आजा, दुनिया में लोगों को धोखा कभी हो जाता है, दम मारो दम, आ देखे जरा किस्मे कितना है दम” जैसे गानों से श्रोताओं को अलविदा कहा साथ ही उन्होंने नवभारत परिवार को धन्यवाद किया और सभी को इस संकट की घड़ी में सुरक्षित और स्वस्थ्य रहने की सलाह दी।